#AutoExpo2016: ऑटो एक्सपो में आई देश की पहली ड्राइवर लैस वैन ‘नोवस ड्राइव’, सरकार ने भी की तारीफ
कार कंपनियां भविष्य की जरूरतों को देखते हुए अपने कॉन्सेप्ट मॉडल पेश कर रही हैं। लेकिन ऑटो एक्सपो में आई पहली ड्राइवर लैस वैन काफी सुर्खियां बटोर रही है।
नई दिल्ली। ग्रेटर नॉएडा में चल रहे ऑटो एक्सपो में सभी कार कंपनियां भविष्य की जरूरतों को देखते हुए अपने कॉन्सेप्ट मॉडल पेश कर रही हैं। लेकिन सैकड़ों वाहनों के बीच देश की पहली ड्राइवर लैस वैन काफी सुर्खियां बटोर रही है। इस ऑटोमैटिक गाइडेड व्हीकल(एजीवी) को हाईटेक रोबोटिक सिस्टमज लिमिटेड ने तैयार किया है। इसका नाम ‘नोवस ड्राइव’ रखा गया है।
क्या हैं इसकी खासियत
वाहन में 14 लोगों के बैठने की क्षमता है। यह एक बेहतरीन सेंसर और मजबूत एल्गोरिदम के जरिये नेविगेट करते हुए अपने गंतव्य के मार्ग पर कायम रहता है। इसकी खास विशेषता यह है कि यह वाहन पूरी तरह बैटरी पर चलता है, जो कि 100 प्रतिशत पर्यावरण के अनुकूल है। इसमें सुरक्षा की दृष्टि से इमरजेंसी ब्रेक भी दिए गए है। बाहरी दुनिया से संपर्क बनाए रखने के लिए इसमें 3डी लेज़र रडार, जीपीएस/आईएनएस के साथ-साथ स्टीरियो कैमरों का उपयोग किया गया है और सिंगल वायर टेक्नोलॉजी के माध्यम से इसे नियंत्रित किया जाता है। यात्री द्वारा एक बार गंतव्य स्थान दर्ज करने के बाद यात्रा शुरू हो जाती है और बिना किसी दिक्कत के अपने गंतव्य स्थान पर पहुंच जाती है।
इस पहली ड्राइवरलैस कार को देखें तस्वीरों में
google driverless car
वाहन की प्रमुख विशेषताएं
· पूर्णतया चालक रहित वाहन
· 3डी लेज़र रडार, जीपीएस/आईएनएस के साथ साथ स्टीरियो कैमरों का उपयोग
· पूरी तरह बैटरी तंत्र पर चलती है जो कि 100 प्रतिशत पर्यावरण के अनुकूल है।
· वाहन में 14 लोगों के बैठने की क्षमता
· एक बेहतरीन सेंसर और मजबूत एल्गोरिदम के जरिए नियन्त्रण
· एक बार चार्ज होने पर 150 किलोमीटर चलती है।
· सुरक्षा की दृष्टी से एक आपातकालीन ब्रेक भी मौजूद
स्मार्ट सिटी में दिख सकता है नोवस ड्राइव का जलवा
द हाई टेक रोबोटिक सिस्टमज लिमिटेड के निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनुज कपूरिया के अनुसार यह तकनीक सरकार के स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट को ध्यान में रखकर बनाई गई है। इस वाहन को मुख्य रूप से टाउनशिप के लिए निर्मित किया गया है | वहीं विश्विद्यालयों में आने जाने या बड़े कार्यालयों के परिसर, बुजुर्ग के स्वास्थ्य की देखभाल में, व्यापार मेला और थीम पार्क इत्यादि में इसका प्रयोग किया जा सकता है।
भारत की पहली ड्राइवर लैस गाड़ी
इस प्रकार की स्वचालित वाहन का भारत में पहली बार निर्माण किया गया है | द हाई टेक रोबोटिक सिस्टमज लिमिटेड (टीएचआरएएलएल) 2004 में स्थापित किया गया था | यह इंटेलिजेंट सिस्टम, मोबाइल रोबोटिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और कंप्यूटर विजन के क्षेत्र में भारत की पहली और अग्रणी कंपनी है। देश की सुरक्षा और औद्योगिक और वाणिज्यिक क्षेत्रों की जरूरतों को पूरा करने में कंपनी रोबोटिक उत्पादों की सफलतापूर्वक विस्तृत श्रृंखला उपलब्ध कराती रही है।
नितिन गडकरी से भी मिली तारीफ
इस दौरान एक्सपो में मौजूद परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इस चालक रहित वाहन की सराहना करते हुए कहा की यह वाहन भविष्य के लिए काफ़ी उपयोगी साबित होगी क्योंकि यह वाहन पूरी तरह से पर्यावरण के अनुकूल है साथ ही यह मेक इन इण्डिया के लिए भी लाभदायक है। मुझे इस बात की भी ख़ुशी है कि इसके निर्माण में युवाओं का योगदान रहा है।