नई दिल्ली। महिंद्रा एंड महिंद्रा, टोयोटा किर्लोस्कर मोटर, ऑडी, मर्सिडीज-बेंज और जेएलआर इंडिया जैसी वाहन कंपनियां SUV समेत बड़ी तथा मध्यम कारों पर बढ़े उपकर सेस का बोझ ग्राहकों पर डाल सकती हैं। इससे कारों की कीमतें में इजाफा हो सकता है। GST काउंसिल ने बड़ी और SUV कारों पर उपकर में 7 फीसदी तक बढ़ोतरी का फैसला किया है। कंपनियों का कहना है कि दरों में लगातार परिवर्तन से बाजार में अस्थिरता आढगी और यह मांग को प्रभावित करेगा। कंपनियों ने निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि GST काउंसिल का निर्णय उद्योग और अर्थव्यवस्था में उनके योगदान की अनदेखी करते हैं।
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टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के उपाध्यक्ष और पूर्ण कालिक निदेशक शेखर विनाथन ने अपने बयान में कहा है कि GST संशोधन पर अध्यादेश के बाद हम मध्यम और बड़ी आकार की कारों पर सेस में 2 से 7 प्रतिशत वृद्धि देख रहे हैं। जो हमारे उत्पादों की कीमतों में बढ़ोतरी करेगी। बढ़ी कीमतें GST से पहले के आउटलुक को प्रतिबिंबित कर सकता है। हालांकि, हम उपकर को देखते हुए मॉडल की कीमतों में प्रभाव देख रहे हैं। यह परिवर्तन बाजार को अस्थिरता की ओर ले जा सकता है।
महिंद्र एंड महिंद्रा के प्रबंध निदेशक पवन गोयनका ने कहा कि,
हम श्रेणियों के सटीक तरह से परिभाषित होने का इंतजार कर रहे हैं। बढ़े हुए उपकर का जो भी असर होगा वो संशोधित कीमतों में दिखेगा।
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इसी तरह अन्य कंपनी ऑडी, मर्सिडीज-बेंज और जेएलआर इंडिया ने भी GST काउंसिल के फैसले पर निराशा व्यक्त की है। बता दें कि वित्त मंत्री अरुण जेटली की अध्यक्षता में हुई GST काउंसिल की बैठक में मध्यम कारों पर दो फीसदी, बड़ी कारों पर पांच फीसदी और SUV पर सात फीसदी का उपकर बढ़ाया गया है। हालांकि, GST काउंसिल ने छोटी कारों पर उपकर में कोई परिवर्तन नहीं किया है।
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