नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी दोपहिया वाहन विनिर्माता हीरो मोटोकॉर्प (Hero MotoCorp) ने संचयी उत्पादन में 10 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया है। यह उपलब्धि हासिल करने वाली वह देश की पहली ऑटोमोटिव कंपनी है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि वह नये बाजारों में प्रवेश के साथ वैश्विक विस्तार जारी रखेगी और अगले पांच वर्षों में हर साल दस से ज्यादा उत्पाद पेश करेगी, जिनमें प्रीमियम मोटरसाइकलों की एक श्रृंखला शामिल है।
कंपनी ने बताया कि उसकी 10 करोड़वी इकाई एक एक्सट्रीम 160आर मॉडल की गाड़ी है, जिसे हरिद्वार स्थित विनिर्माण संयंत्र में तैयार किया गया। कंपनी ने 1984 में अपनी स्थापना के बाद 1994 में 10 लाख गाड़ियों का आंकड़ा पार किया। इसके बाद 2013 में पांच करोड़ और 2017 में 7.5 करोड़ का आंकड़ा पार किया। हीरो मोटोकॉर्प के चेयरमैन और सीईओ पवन मुंजाल ने कहा कि कंपनी ने पांच करोड़ से 10 करोड़ गाड़ियों का आंकड़ा सिर्फ सात साल में छुआ। इस मौके पर मुंजाल ने गुरुग्राम स्थित कंपनी के विनिर्माण संयंत्र में छह विशेष संस्करण वाले मॉडलों की पेशकश की।
यह लगातार 20वां वर्ष है जब हीरो मोटोकॉर्प ने दुनिया की सबसे बड़ी टू-व्हीलर निर्माता होने का गौरव हासिल किया है। हीरो मोटो कॉर्प दुनिया की सबसे बड़ी मोटरसाइकल कंपनी है। इसे भारत की हीरो साइकल और जापान की होंडा मोटर ने मिल कर 1984 में बनाया था। हीरो समूह के संस्थापक बृजमोहन लाल मुंजाल थे। वर्तमान में हीरो मोटो कॉर्प का संचालन बृजमोहन लाल मुंजाल के बेटे और कंपनी के एमडी पवन मुंजाल के हाथों में है। भारत में टू-व्हीलर सेगमेंट में कंपनी का लगभग 46 फीसदी हिस्सा है। 29 जुलाई 2011 को कंपनी का नाम हीरो होंडा मोटर्स लिमिटेड से हीरो मोटोकॉर्प लिमिटेड में बदल दिया गया था।
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