जनता के बाद अब ऑटो सेक्टर मे ‘कॉर्पोरेट कर्फ्यू’, कोरोना को रोकने के लिए कंपनियों ने रोका काम
टाटा मोटर्स ने भी जरूरत पड़ने पर प्लांट बंद रखने के संकेत दिए
नई दिल्ली। देश के ऑटो सेक्टर में कोरोना की वजह से बंदी शुरू हो गई है। देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी ने दिल्ली के पास गुड़गांव और मानेसर के कारखानों में उत्पादन रोक दिया है। कंपनी ने रविवार को कहा कहा कि कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए यह निर्णय किया गया है। यह रोक अगली सूचना तक जारी रहेगी।’ सूचना में कहा गया है कि उसके रोहतक स्थित अनुसंधान एवं विकास केंद्र में भी काम बंद रखा जाएगा। कंपनी ने कहा है कि काम पर रोक की यह अवधि सरकार की नीति पर पर निर्भर करेगी।
वहीं महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड ने कोरोना वायरस की चिंताओं के चलते अपने नागपुर संयंत्र में विर्निमाण कार्य तत्काल प्रभाव से बंद करने की घोषणा की है। महिंद्रा ने एक बयान में कहा कि कंपनी के चाकन और कांदिविली संयंत्रों में भी उत्पादन सोमवार रात से बंद कर दिया जाएगा। देश भर में कंपनी के सभी कार्यालय पहले से ही 'घर से काम' और अन्य उपायों को लागू कर चुके हैं।
इसके साथ ही कोरोना वायरस के बढ़ते मामले और सरकार द्वारा सतर्कता के सभी जरूरी कदम उठाने के निर्देशों की वजह से हीरो मोटो कॉर्प और फिएट ने अपने-अपने उत्पादन को 31 मार्च तक तक बंद रखने का फैसला लिया है।
रविवार को दी गई जानकारी के मुताबिक हीरो देश में स्थित अपने सभी प्लांट में उत्पादन बंद रखेगा। वहीं फिएट के मुताबिक उसके महाराष्ट स्थित प्लांट से उत्पादन बंद रहेगा। भारत में अब तक 300 से ज्यादा कोरोना वायरस के मामले सामने आ चुके हैं। सबसे ज्यादा असर महाराष्ट्र में देखने को मिल रहा है। दोनो कंपनियों के मुताबिक प्लांट बद करने का ये कदम अपने कर्मचारियों की सुरक्षा को देखते हुए उठाया गया है। वहीं फिएट ने साफ किया कि बंदी के दौरान उसके कर्मचारियों के वेतन में कटौती नहीं होगी। कंपनी पहले ही अमेरिका, कनाडा और मैक्सिकों में अपने प्लांट बंद रखने का फैसला ले चुकी है।
शुक्रवार को ही टाटा मोटर्स ने जानकारी दी थी कि वो तेजी से महाराष्ट्र के अपने प्लांट में प्रोडक्शन घटा रही है, जिससे ज्यादा से ज्यादा कर्मचारियों को सुरक्षित किया जा सके। वहीं कंपनी ने कहा कि वो जरूरत पड़ने पर प्लांट को बंद करने के लिए भी पूरी तरह से तैयार है।