नई दिल्ली। सरकार ने फेम योजना के तहत मध्मय माइल्ड-हाइब्रिड वाहनों को, जिनमें दोहरी प्रौद्योगिकी के मिश्रण का हल्का स्तर है, देय प्रोत्साहनों को वापस ले लिया है। इसका सबसे अधिक असर देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी पर पड़ेगा।
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मारुति सुजुकी के लोकप्रिय वाहन अर्टिगा व सेडान सियाज माइल्ड हाइब्रिड प्रौद्योगिकी पर आधारित हैं। मारुति सुजुकी के इन वाहनों को अप्रैल 2015 में पेश इस योजना का फायदा मिला है। फेम योजना का उद्देश्य देश में इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहित करना है।
भारी उद्योग व लोक उपक्रम मंत्रालय ने एक अधिसूचना में कहा है कि फेम इंडिया योजना का फायदा एक अप्रैल 2017 से माइल्ड हाइब्रिड प्रौद्योगिकी को नहीं मिलेगा। इससे पहले माइल्ड हाइब्रिड, स्ट्रांग हाइब्रिड, प्लग इन हाइब्रिड व विशुद्ध इलेक्ट्रिक वाहनों को इस योजना के तहत प्रोत्साहन दिया जा रहा था।
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कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि,
हम इस प्रौद्योगिकी के जरिए ग्राहकों को वैल्यू एडिशन उपलब्ध कराते रहेंगे। हमें नहीं लगता कि प्रोत्साहन वापस लिए जाने से कोई बड़ा असर होगा।
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