बजाज की बाइक डोमिनार 400 ने रचा इतिहास, ट्रांस-साइबेरियन ओडिसी की दुर्गम यात्रा पूरी करने वाली बनी पहली बाइक
विश्व की सबसे कठिन मानी जानेवाली सड़क यात्रा - ट्रांस-साइबेरियन ओडिसी में जीत हासिल करने वाली पहली भारतीय बाइक बनकर बजाज डोमिनार 400 ने इतिहास रच दिया।
नई दिल्ली। विश्व की सबसे कठिन मानी जानेवाली सड़क यात्रा – ट्रांस-साइबेरियन ओडिसी में जीत हासिल करने वाली पहली भारतीय बाइक बनकर बजाज डोमिनार 400 ने इतिहास रच दिया। कंपनी ने एक बयान में बताया कि इस 53 दिवसीय यात्रा में छह देशों, अर्थात उज्बेकिस्तान, ताजिकिस्तान, किर्गिजस्तान, कजाकिस्तान, रूस और मंगोलिया की यात्रा के बाद वापस रूस तक का सफर तय करते हुए 15,600 किलोमीटर की दूरी तय की गई।
कंपनी ने बयान में कहा कि इस यात्रा के दौरान प्रतिदिन हर तरह के इलाके में 390 किलोमीटर की हाइपर-राइडिंग करनी होती थी, जिसके अंतर्गत बेहद ऊंचाई पर स्थित दर्रे, घास के मैदान, नदी का तल, रेत, चट्टानी इलाके, धूल भरी पगडंडी, खड़ी ढलान, ढीली बजरी, तथा बेहद कठिन और चरम तापमान शामिल हैं। यह पूरा सफर बिना बैक-अप या सर्विस सपोर्ट के किया गया।
इस ट्रांस-साइबेरियन ओडिसी यात्रा में डोमिनार 400 ने दुनिया के कुछ सबसे कठिन इलाकों की चढ़ाई की, जिसमें 3000 किलोमीटर का बेहद प्रसिद्ध स्टालिन युगीन रोड ऑफ बोन्स भी शामिल है। यह चेरिन केन्यन में फतह हासिल करने वाला एकमात्र भारतीय बाइक बन गया, जिसे ग्रेट कैन्यन के छोटे भाई के रूप में भी जाना जाता है, जिसमें 45 डिग्री की ढलान पर 100 मीटर से अधिक की गहराई है।
बयान में कहा गया कि इस चुनौती को पूरा करने का दायित्व तीन बेहद उत्साही और अनुभवी राइडरों – दीपक कामथ, दिलीप भट्ट और सुधीर प्रसाद ने उठाया। दीपक कामथ पिछले 21 वर्षों से राइडिंग कर रहे हैं और कॉन्टिनेंटल रेड के लिए उनके नाम पर एक रिकॉर्ड भी दर्ज है। दिलीप ने 20 साल की उम्र से ही सफर करना प्रारंभ किया और उसके बाद से कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। सुधीर को मोटर वाहनों से बेहद लगाव है और उसने 2009 के बाद से सफर की शुरुआत की। इस मिशन को संभव बनाने वाले तीनों हाइपर राइडर्स को बजाज ऑटो ने मंगलवार को मुंबई में सम्मानित किया।
बजाज ऑटो लिमिटेड के अध्यक्ष (मोटरसाइकिल बिजनेस) एरिक वास ने इस मौके पर कहा कि,
डोमिनार400 ने लंबी दूरी की राइडिंग को नए सिरे से परिभाषित किया है। ट्रांस-साइबेरियन ओडिसी की इस बेहद कठिन यात्रा को पूरा करने के लिए स्टॉक डोमिनार का उपयोग किया गया और इस दौरान इसके किसी भी बड़े पुर्जे में बदलाव या अचानक रुकावट की घटना नहीं हुई, जो डोमिनार 400 के बेहतर डिजाइन, गुणवत्ता और तकनीकी उत्कृष्टता का प्रमाण है।
ट्रांस-साइबेरियन ओडिसी को पूरा करने वाले 3 डोमिनार और इसके चालक अब पूरे देश में एक विजय यात्रा पर निकलेंगे, जो 10 प्रमुख मेट्रो शहरों से होकर गुजरेगी। वे बजाज ऑटो डीलरशिप का भी दौरा करेंगे, जहां डोमिनार रखने वाले अन्य साथी उनसे मिल सकते हैं, उनके अनुभवों से सीख सकते हैं और यहां तक कि उनके साथ राइड भी कर सकते हैं।
यह भी पढ़ें : महिंद्रा जल्द ही पेट्रोल इंजन के साथ पेश करेगी एक्सयूवी 500, ये हो सकती है इसकी कीमत
यह भी पढ़ें : TVS ने बाजार में लॉन्च की अपाचे RTR 200 4V बाइक, फ्यूल इंजेक्शन तकनीक से है लैस