Bajaj Auto ने लॉन्च किए Pulsar NS और RS के नए वर्जन, 1.08 लाख रुपए से शुरू है कीमत
कंपनी ने कहा कि ये नए मॉडल 23 अक्टूबर से उसकी डीलरशिप पर उपलब्ध होंगे।
नई दिल्ली। बजाज ऑटो ने त्योहारी मौसम से पहले अपनी लोक्रप्रिय मोटरसाइकिल पल्सर एनएस और पल्सर आरएस श्रृंखला के दो नए संस्करण शुक्रवार को पेश किए। कंपनी ने एक विज्ञप्ति में कहा कि पल्सर आरएस 200 में दोहरे एबीएस (एंटी लॉक ब्रेकिंग सिस्टम) हैं। इसकी कीमत 1,52,179 रुपए है। वहीं एनएस 200 की कीमत 1,31,219 रुपए है। कंपनी ने पल्सर एनएस 160 का नया संस्करण भी पेश किया है। इसकी दिल्ली के शोरूम में कीमत 1,08,589 रुपए है।
कंपनी ने कहा कि ये नए मॉडल 23 अक्टूबर से उसकी डीलरशिप पर उपलब्ध होंगे। बजाज ऑटो के विपणन प्रमुख नारायण सुंदररमण ने कहा कि पल्सर आरएस 200 और एनएस200 प्रदर्शन के मामले में अंतरराष्ट्रीय प्रौद्योगिकी के साथ हमेशा से बिल्कुल अलग नजर आती है।
त्योहारी मौसम में उत्पादन, बिक्री बढ़ाने पर है ध्यान: सियाम
वाहन क्षेत्र का पूरा ध्यान इस समय कोरोना वायरस से लड़ते हुए त्यौहारी मौसम में उत्पादन और बिक्री बढ़ाने पर है। ताकि मांग को पूरा किया जा सके। यह बात घरेलू वाहन विनिर्माताओं के संगठन सियाम ने शुक्रवार को कही। सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) ने कहा कि इसके अलावा दोपहिया वाहनों पर जीएसटी दर कम कराने जैसे मुद्दों को बाद में देखा जाएगा।
सियाम के अध्यक्ष केनिची आयुकावा ने कहा कि वर्तमान में राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर हर कोई कोरोना वायरस से लड़ रहा है। महामारी से निपटने के अपने प्रयासों को हमें एकजुट और एकीकृत करना होगा। यह अभी हमारी प्राथमिकता है। दोपहिया वाहनों पर माल एवं सेवाकर (जीएसटी) की दर कम कराने के सियाम के और एक प्रयास से जुड़े सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने यह बात कही। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि दोपहिया वाहन ना तो विलासिता की वस्तु है और ना ही अहितकर, ऐसे में इसकी जीएसटी दरों में संशोधन किया जा सकता है। लेकिन 27 अगस्त को हुई जीएसटी परिषद की बैठक में इस पर कोई फैसला नहीं हुआ। दोपहिया वाहनों पर 28 प्रतिशत की दर से जीएसटी लगता है।
विनिर्माताओं की मांग दोपहिया वाहनों पर जीएसटी को घटाकर 18 प्रतिशत करने की है। आयुकावा ने कहा कि वाहन उद्योग की वर्तमान प्राथमिकता त्योहारी मौसम में कोविड-19 से सुरक्षा के उपाय करते हुए उत्पादन और बिक्री बढ़ाना है। इसलिए अभी हमारा पूरा ध्यान इसी पर है।