बजाज ऑटो-कावासाकी होंगे अलग, 1 अप्रैल से खत्म हो जाएगी पार्टनरशिप
बजाज ऑटो और कावासाकी ने भारत में दशक भर पुराने अपने गठजोड़ को समाप्त करने का फैसला किया है। दोनों के बीच की पार्टनरशिप 1 अप्रैल 2017 से खत्म हो रही है।
नई दिल्ली। भारत की टू-व्हीलर कंपनी बजाज ऑटो और जापान की मोटरसाइकिल कंपनी कावासाकी ने भारत में दशक भर पुराने अपने गठजोड़ को समाप्त करने का फैसला किया है। दोनों के बीच की पार्टनरशिप 1 अप्रैल 2017 से खत्म हो रही है।
पुणे स्थित बजाज आटो के अध्यक्ष प्रोबाइकिंग अमित नंदी ने एक बयान में कहा है कि
बजाज व कावासाकी ने आपसी सहमति से भारत में अपने गठजोड़ को एक अप्रैल 2017 से समाप्त करने का फैसला किया है। बजाज आटो इस समय आस्टि्रयन कंपनी केटीएम के साथ अपनी भागीदारी पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
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तस्वीरों में देखिए बजाज V12
Bajaj V150
बजाज ने कहा-कावासाकी के अच्छे रिश्ते बरकरार रहेंगे
नंदी ने हालांकि कहा है, बजाज और कावासाकी भारत को छोड़कर शेष बाहरी दुनिया में वर्तमान और भविष्य के व्यावसाय के मामले में अपने सहयोगात्मक संबंधों को बनाये रखेंगे। बजाज आटो ने कावासाकी के साथ अपने प्रोबाइकिंग नेटवर्क के जरिये कावासाकी मोटरसाइकिलों की बिक्री और बिक्री बाद सेवा के लिये 2009 में गठजोड़ किया था।
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कावासाकी अब बाइक को कावासाकी मोटर्स के जरिए बेचेगी
- भारत में अब कावासाकी मोटरसाइकिलों की बिक्री इंडिया कावासाकी मोटर्स प्रा.लि. द्वारा की जाएगी। यह कावासाकी हैवी इंडस्ट्रीज जापान की पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडियरी है।
- यह इकाई भारत में में जुलाई 2010 में स्थापित की गई जो कि बिक्री बाद सेवा भी उपलब्ध कराएगी। कावासाकी के पुराने ग्राहकों को भी बिक्री बाद सेवायें इसी कंपनी से दी जाएगी।
बजाज का फोकस अब प्रीमियम बाइक पर
बजाज-केटीएम पार्टनरशिप ने पहली को-डेवलप प्रोडक्ट साल 2012 में 200 ड्यूक को लॉन्च किया था। बीते 5 साल के दौरान केटीएम सालाना ग्रोथ रेट 48 फीसदी रही और फाइनेंशियल ईयर 2016-17 में इसकी सेल्स करीब 37 हजार यूनिट्स रही। अब ड्यूक और आरसी मॉडल्स को भारत में 300 से ज्यादा केटीएम डीलरशिप के जरिए बेचा जाएगा। साथ ही, बजाज केटीएम ब्रांड पर अपना फोकस बढ़ाएगी। बजाज और कावासाकी दोनों अपने को-ऑपरेटिव रिलेशनशिप को भारत के बाहर बरकरार रखेंगे।