ऑटो कंपनियों पर कोरोना की मार, इस साल यात्री वाहनों का निर्यात 58 प्रतिशत घटा
देश का यात्री वाहनों का निर्यात चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही अप्रैल-सितंबर के दौरान 57.52 प्रतिशत घट गया।
नयी दिल्ली। देश का यात्री वाहनों का निर्यात चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही अप्रैल-सितंबर के दौरान 57.52 प्रतिशत घट गया। कोविड-19 महामारी की वजह से पैदा हुई अड़चनों से विभिन्न वैश्विक बाजारों को यात्री वाहनों की आपूर्ति प्रभावित हुई है, जिससे निर्यात में गिरावट आई है। वाहन विनिर्माताओं के संगठन सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) के आंकड़ों के अनुसार 2020-21 की पहली छमाही में यात्री वाहनों का निर्यात 1,55,156 इकाई रहा। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान छमाही में 3,65,247 यात्री वाहनों का निर्यात किया गया गया था।
समीक्षाधीन अवधि में कारों का निर्यात 64.93 प्रतिशत घटकर 1,00,529 इकाई रह गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 2,86,618 इकाई रहा था। इसी तरह यूटिलिटी वाहनों का निर्यात 29.67 प्रतिशत घटकर 54,375 इकाई रह गया, जो 2019-20 की समान अवधि में 77,309 इकाई रहा था। वैन के निर्यात में 80.91 प्रतिशत की जबर्दस्त गिरावट आई और यह 1,320 इकाई से घटकर 252 इकाई रह गया।
सियाम के महानिदेशक राजेश मेनन ने कहा, ‘‘निर्यात में गिरावट की प्रमुख वजह वैश्विक स्तर पर कोविड-19 के चलते पैदा हुई अड़चनें हैं। इस महामारी की वजह से संयंत्र और डीलरशिप बंद रहीं, आपूर्ति श्रृंखला प्रभावित हुई। महामारी की वजह से अंतरराष्ट्रीय व्यापार पर बुरा असर पड़ा है।‘’‘ उन्होंने कहा कि अब वैश्विक स्तर पर लॉकडॉउन में ढील के बाद निर्यात में सुधार हुआ है। चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में निर्यात बेहतर रहने की उम्मीद है। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में यात्री वाहनों का निर्यात 41.96 प्रतिशत घटकर 1,11,555 इकाई रह गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 1,92,193 इकाई रहा था। चालू वित्त वर्ष 2020-21 की पहली छमाही में लगभग सभी यात्री वाहन कंपनियों के निर्यात में गिरावट आई है। पहली छमाही में हुंदै मोटर इंडिया का निर्यात 68.98 प्रतिशत घटकर 32,041 इकाई रह गया।
मारुति सुजुकी इंडिया का निर्यात 40.02 प्रतिशत की गिरावट के साथ 31,549 इकाई रहा। फोर्ड इंडिया का निर्यात 63.69 प्रतिशत घटकर 26,089 इकाई पर आ गया। हालांकि, पहली छमाही में किया मोटर्स के निर्यात में 3,425.69 प्रतिशत का जबर्दस्त इजाफा हुआ और यह 16,606 इकाई पर पहुंच गया। वहीं जनरल मोटर्स इंडिया का निर्यात 58.52 प्रतिशत घटकर 16,630 इकाई रह गया। इसी तरह फॉक्सवैगन इंडिया का निर्यात 59.13 प्रतिशत घटकर 15,492 इकाई पर आ गया।