त्रिपुरा से पांच बांग्लादेशियों के गिरफ्तार होने की खबर सामने आई है। मिली जानकारी के अनुसार तीन रोहिंग्याओं समेत पांच बांग्लादेशियों को अवैध रूप से भारत की सीमा में दाखिल होने के आरोप में अरेस्ट किया गया। एक सीनियर ऑफिसर के अनुसार राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी), सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और अन्य कानून लागू करने वाली एजेंसियों की एक संयुक्त टीम ने एक गुप्त जानकारी के आधार पर यह कार्रवाई की।
कहां जाने की बना रहे थे योजना
जीआरपी, बीएसएफ, और अन्य कानून लागू करने वाली एजेंसियों की संयुक्त टीम ने पांचों बांग्लादेशियों को अगरतला स्टेशन पर अरेस्ट किया, जब वे वेलिड दस्तावेज नहीं दिखा पाए। सीनियर ऑफिसर के मुताबिक उनकी(बांग्लादेशियों) की योजना पूर्वोत्तर राज्य से बाहर जाने की थी। उन्होंने बताया कि अरेस्ट किए गए तीन रोहिंग्या (जो बांग्लादेश के कॉक्स बाजार स्थित एक शिविर में रह रहे थे) एक्सप्रेस ट्रेन से हैदराबाद जाने की योजना बना रहे थे, जबकि दो अन्य मुंबई जाने की योजना बना रहे थे।
'घुसपैठ मॉड्यूल के संचालकों को पकड़ने के प्रयास जारी हैं'
अगरतला पुलिस थाने के जीआरपी के प्रभारी अधिकारी (ओसी) तापस दास ने बताया, "हमने स्टेशन से पांच संदिग्ध विदेशी लोगों को हिरासत में लिया। पूछताछ के दौरान पांचों ने स्वीकार किया कि वे बांग्लादेश से अवैध रूप से भारतीय क्षेत्र में प्रवेश कर गए थे और राज्य से बाहर जाने की योजना बना रहे थे। बाद में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।" उन्होंने कहा कि बॉर्डर पर घुसपैठ मॉड्यूल के संचालकों को पकड़ने के प्रयास जारी हैं।
हाल में कर्नाटक के उडुपी जिले 8 बांग्लादेशियों को किया गया था अरेस्ट
हाल में कर्नाटक के उडुपी जिले से अवैध रूप से रह रहे आठ बांग्लादेशी नागरिकों को अरेस्ट किया गया था। वे पिछले तीन वर्ष से जनपद के हुदे गांव में बिना किसी वेलिड पासपोर्ट या वीजा के रह रहे थे। उडुपी के पुलिस अधीक्षक अरुण के ने बताया था कि यह गिरफ्तारी तब हुई, जब मोहम्मद मानिक नामक एक आरोपी ने फर्जी पासपोर्ट का इस्तेमाल कर मंगलुरु हवाई अड्डे से दुबई भागने की कोशिश की।
(Input with PTI)
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