A
Hindi News नॉर्थ ईस्ट मणिपुर मणिपुर में फिर भड़की हिंसा, काम से लौट रहे बिहार के दो मजदूरों की गोली मारकर हत्या

मणिपुर में फिर भड़की हिंसा, काम से लौट रहे बिहार के दो मजदूरों की गोली मारकर हत्या

मणिपुर से एक बार फिर से हिंसा की खबर आ रही है। बिहार के दो मजदूरों की हत्या कर दी गई है। जब दोनों मजदूर काम से घर लौट रहे थे तो उन्हें गोली मार दी गई जिससे उनकी मौत हो गई।

manipur violence- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO मणिपुर हिंसा

मणिपुर से एक बार फिर से हिंसा की खबरें सामने आ रही हैं। राज्य में उपद्रवियों ने बिहार के दो मजदूरों की गोली मारकर हत्या कर दी है। हत्या की ये वारदात काकचिंग जिले की बताई जा रही है। जानकारी के मुताबिक दोनों प्रवासी मजदूरों की हत्या तब कर दी गई, जब वे काम से घर लौट रहे थे। अभी तक जान लेने वाले हमलावरों की पहचान नहीं हो पाई है। मणिपुर की पुलिस के मुताबिक घटना शनिवार की शाम करीब 5.20 बजे की है।

बिहार के दो मजदूरों की हत्या

कहा जा रहा है कि दोनों मजदूर काकचिंग जिले के केइराक में कंस्ट्रक्शन का काम करके लौट रहे थे। इस बारे में काकचिंग पुलिस ने बताया कि घटना पंचायत कार्यालय के पास हुई है और दोनों मृतकों की पहचान सुनालाल कुमार (18) और दशरथ कुमार (17) पुत्र मोहन सानी के रूप में हुई है। पुलिस के मुताबिक दोनों मजदूर बिहार के गोपालगंज जिले के राजवाही गांव के रहने वाले बताए जा रहे हैं, जो यादवपुर थाने के अंतर्गत आता है।

हत्या का मकसद पता नहीं

पुलिस के अनुसार दोनों मजदूर साइकिल से अपने किराए के घर की तरफ लौट रहे थे कि दोनों को कुछ बंदूकधारियों ने रास्ते में ही गोली मार दी। गोली लगने के बाद दोनों गिर गए। घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों को स्थानीय जीवन अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन इलाज के दौरान डॉक्टरों ने दोनों मजदूरों को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने इस घटना के आलोक में मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। हालांकि अब तक हत्या का मकसद पता नहीं चल सका है कि हत्या किस वजह से हुई है। 

हिंसा की आग में जल रहा मणिपुर

बता दें कि मणिपुर में पिछले साल तीन मई से ही हिंसक वारदातें हो रही हैं। ये वारदातें तब शुरू हुईं जब कुकी समुदाय की ओर से 'आदिवासी एकता मार्च' निकाला जा रहा था।  मार्च मैतेई समुदाय की अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिए जाने की मांग के खिलाफ निकाला जा रहा था और इसी के दौरान कुकी और मैतेई समुदाय के बीच हिंसक झड़प हो गई थी, जिसकी वजह से हिंसा और तनाव शुरू हुआ जो प्रदेश में अबतक जारी है।