मणिपुर में सुरक्षा बलों ने इंफाल पूर्वी जिले से स्टारलिंक जैसा इंटरनेट डिवाइस, स्नाइपर राइफल, पिस्तौल, ग्रेनेड और अन्य हथियार बरामद किए हैं। मामले से परिचित लोगों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि स्टारलिंक जैसे उपकरण की बरामदगी ने संबंधित एजेंसियों को यह जांच करने के लिए प्रेरित किया है कि डिवाइस संघर्षग्रस्त राज्य में कैसे पहुंचा। उन्होंने कहा कि स्टारलिंक के लिए भारत में काम करने का लाइसेंस नहीं है।
इस बात की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं है कि यह असली स्टारलिंक डिवाइस है या नहीं। बताया जा रहा है कि यह बरामदगी 13 दिसंबर को इंफाल पूर्व में तलाशी अभियान के दौरान की गई।
एलन मस्क की स्टारलिंक देती है इंटरनेट सेवा
एलन मस्क की एयरोस्पेस कंपनी स्पेसएक्स के स्वामित्व वाला स्टारलिंक दुनिया का पहला उपग्रह समूह है जो दुनिया में कहीं भी ब्रॉडबैंड इंटरनेट प्रदान करता है जहां इस सेवा को संचालित करने के लिए लाइसेंस प्राप्त है। सुरक्षा बलों ने हाल ही में इंफाल पूर्वी जिले के केइराओ खुनोउ में छापेमारी के दौरान हथियार और गोला-बारूद के साथ कुछ इंटरनेट डिवाइस जब्त किए थे। भारतीय सेना की स्पीयर कोर ने जब्त की गई चीजों की तस्वीरें एक्स पर साझा की थीं। इसमें से एक डिवाइस पर स्टारलिंक लोगो था।
एलन मस्क ने दिया जवाब
सोशल मीडिया पर एक एक्स यूजर ने कहा कि स्टारलिंक का इस्तेमाल आतंकवादियों की ओर से किया जा रहा है। आशा है कि एलन मस्क इस पर गौर करेंगे और इस तकनीक के दुरुपयोग को नियंत्रित करने में मदद करेंगे। इस पर मस्क ने जवाब दिया, ''यह गलत है। भारत के ऊपर स्टारलिंक सैटेलाइट बीम बंद कर दिए गए हैं।'' बता दें कि सैटेलाइट इंटरनेट सेवाएं प्रदान करने वाली मस्क की स्टारलिंक के पास भारत में परिचालन का लाइसेंस नहीं है।
29 हथियार बरामद
एक्स पर एक पोस्ट में दीमापुर मुख्यालय वाली स्पीयर कार्प्स ने सर्च अभियान में बरामद वस्तुओं की तस्वीरें डालीं, जिसमें स्टारलिंक लोगो वाला इंटरनेट डिवाइस भी शामिल था। स्पीयर कार्प्स ने आगे कहा कि आपरेशन में स्नाइपर्स, स्वचालित हथियार, राइफलें, पिस्तौल, देश-निर्मित मोर्टार, सिंगल बैरल राइफल, ग्रेनेड, गोला-बारूद और युद्ध जैसे भंडार वाले 29 हथियार बरामद किए गए है