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Hindi News नॉर्थ ईस्ट मणिपुर मणिपुर में ऑटोमेटिक हथियारों का इस्तेमाल कर रहे प्रदर्शनकारी, सुरक्षाबलों को बना रहे निशाना; पुलिस ने जताई चिंता

मणिपुर में ऑटोमेटिक हथियारों का इस्तेमाल कर रहे प्रदर्शनकारी, सुरक्षाबलों को बना रहे निशाना; पुलिस ने जताई चिंता

मणिपुर पुलिस ने बताया कि राज्य में प्रदर्शनकारियों के पास अत्याधुनिक हथियार हैं। कई सुरक्षाबलों को घायल कर दिया गया है। विरोध प्रदर्शन का ये तरीका सही नहीं है। पुलिस समुदाय का हिस्सा है, वह उनकी दुश्मन नहीं है।

मणिपुर पुलिस- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO मणिपुर पुलिस

मणिपुर पुलिस ने रविवार को विरोध प्रदर्शनों के दौरान सुरक्षाकर्मियों को निशाना बनाने के लिए अत्याधुनिक हथियारों के इस्तेमाल पर चिंता व्यक्त की है। प्रदर्शनकारियों से अपनी बात रखने के लिए ऐसे हथियारों का इस्तेमाल करने से परहेज करने का आग्रह किया है। 

कई पुलिसवाले हुए घायल

रेंज 1 के पुलिस उपमहानिरीक्षक (DIG) एन. हीरोजीत सिंह ने कहा, 'हम जनता को याद दिलाना चाहते हैं कि पुलिस विभाग का कर्तव्य कानून-व्यवस्था बनाए रखना और बदमाशों द्वारा किए जाने वाले सशस्त्र हमलों पर प्रतिक्रिया देना है। इस चुनौतीपूर्ण समय के दौरान हमारे कई कर्मी हताहत हुए हैं।'

सुरक्षा बलों को बनाया जा रहा निशाना

विरोध प्रदर्शन की रणनीति में आए बदलाव पर जोर डालते हुए डीआईजी ने कहा कि हाल के आंदोलनों में विरोध के तरीकों में बदलाव आया है। सुरक्षा बलों को निशाना बनाया जा रहा है। उनके मुताबिक, प्रदर्शनकारी पत्थरबाजी, गुलेल से लोहे के टुकड़े फेंकना, आंसू गैस के गोले दागना और स्वचालित हथियारों का इस्तेमाल कर रहे हैं।'

स्वचालित हथियारों से गोलीबारी के सबूत

उन्होंने दावा किया, 'हमारे पास विरोध प्रदर्शनों के दौरान स्वचालित हथियारों से गोलीबारी के सबूत हैं। हाल में खाबेइसोई में स्वचालित हथियारों से गोलीबारी में इंफाल ईस्ट कमांडो के एक अधिकारी और एक अन्य कर्मी घायल हो गए। इंफाल पश्चिम जिले के काकवा में स्वचालित हथियारों से गोलीबारी के निशान हमारे वाहनों पर हैं।'

पुलिस की ओर से नहीं की गई जवाबी कार्रवाई

संयम बरतने की अपील करते हुए सिंह ने कहा, 'हम यह कहना चाहते हैं कि पुलिस बल प्रदर्शनकारियों से निपटने में अधिकतम संयम बरतता है। हालांकि, स्वचालित हथियारों की गोलीबारी के जवाब में पुलिस की ओर से कोई जवाबी कार्रवाई नहीं की गई है, लेकिन हमारे पास ऐसी रिपोर्ट हैं कि जब हम न्यूनतम, गैर-घातक दंगा-रोधी उपायों का उपयोग करते हैं तो प्रदर्शनकारी घायल हो जाते हैं।'

बाहर से आए लोगों को लिया गया हिरासत में 

गैर-स्थानीय प्रदर्शनकारियों के मुद्दे पर डीआईजी ने कहा, 'विरोध प्रदर्शनों के दौरान हमने इलाके के बाहर से आए लोगों को हिरासत में लिया है। हम लोगों से आग्रह करते हैं कि वे अपनी मांगों के लिए लोकतांत्रिक और अहिंसक तरीकों का इस्तेमाल करें। अत्यधिक संवेदनशील इलाकों में घुसने और सार्वजनिक संपत्ति को नष्ट करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।'

पुलिस समुदाय का हिस्सा दुश्मन नहीं

इसके साथ ही उन्होंने कहा, 'पुलिस समुदाय का हिस्सा है, दुश्मन नहीं। पुलिस को निशाना बनाने और उन पर हमला करने के उद्देश्य से किए जाने वाले विरोध प्रदर्शनों को तुरंत बंद कर देना चाहिए।'

भाषा के इनपुट के साथ