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Hindi News नॉर्थ ईस्ट मणिपुर CM बीरेन सिंह ने मणिपुर में संकट हल करने के लिए राजनीतिक चर्चा में शामिल होने का किया आग्रह

CM बीरेन सिंह ने मणिपुर में संकट हल करने के लिए राजनीतिक चर्चा में शामिल होने का किया आग्रह

एन जॉनसन सिंह केंद्रीय बलों के लिए एसएससी जीडी भर्ती परीक्षा के लिए इंफाल पश्चिम जिले के न्यू कीथेलमनबी इलाके जा रहे थे। एन जॉनसन सिंह के साथ दो दोस्त भी थे, लेकिन वे रास्ता भटक गए और कुकी बहुल कांगपोकपी जिले में पहुंच गए, जहां शुक्रवार को उग्रवादियों ने उनका अपहरण कर लिया।

manipur cm- India TV Hindi Image Source : PTI मणिपुर के सीएम एन. बीरेन सिंह

इंफाल: मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने राज्य में जारी संकट को हल करने के लिए बुधवार को सभी समुदायों से राजनीतिक चर्चा में भाग लेने का अनुरोध किया। राष्ट्रीय स्वच्छता दिवस के मौके पर सिंह ने कहा, ‘‘महात्मा गांधी की जयंती और राष्ट्रीय स्वच्छता दिवस के मौके पर, मैं सभी से राज्य को स्वच्छ बनाने के लिए सत्य, अहिंसा और स्वच्छता की भावना को अपनाने का आग्रह करता हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आइए, अहिंसा में विश्वास करें और राज्य में व्याप्त संकट को हल करने के लिए राजनीतिक बातचीत में शामिल हों।”

कुकी उग्रवादियों ने 3 युवकों का किया अपहरण, एक को बचाया

मुख्यमंत्री और विधायकों ने यहां गांधी हॉल में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को पुष्पांजलि भी अर्पित की। दो लापता युवकों के मुद्दे पर पत्रकारों से बातचीत में सिंह ने कहा, ‘‘हम उन्हें छुड़ाने का प्रयास कर रहे हैं। हमें विश्वास है कि हम कामयाब होंगे।’’ सिंह ने पहले कहा था कि पुलिस महानिदेशक को 27 सितंबर को कांगपोकपी जिले में उग्रवादियों द्वारा अगवा किए तीन में से 2 युवकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है। सुरक्षा बलों ने उनमें से एक को पहले ही छुड़ा लिया है और उसे पुलिस को सौंप दिया गया है।

परीक्षा देने जा रहे थे तीन दोस्त, हुए किडनैप

कल पुलिस के एक अधिकारी ने बताया था कि शुक्रवार को एन जॉनसन सिंह केंद्रीय बलों के लिए एसएससी जीडी भर्ती परीक्षा के लिए इंफाल पश्चिम जिले के न्यू कीथेलमनबी इलाके जा रहे थे। एन जॉनसन सिंह के साथ दो दोस्त भी थे, लेकिन वे रास्ता भटक गए और कुकी बहुल कांगपोकपी जिले में पहुंच गए, जहां शुक्रवार को उग्रवादियों ने उनका अपहरण कर लिया। थौबल के रहने वाले तीन दोस्तों में से हालांकि, जॉनसन सिंह को बाद में सेना ने छुड़ा लिया।

पिछले साल मई से इम्फाल घाटी में रहने वाले मेइती और आसपास के पहाड़ी इलाकों में रहने वाले कुकी लोगों के बीच जातीय हिंसा में 200 से अधिक लोग मारे गए हैं और हजारों लोग बेघर हो गए हैं। (भाषा इनपुट्स के साथ)

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