इंफाल: मणिपुर की राजधानी इंफाल में कुछ अज्ञात बदमाशों ने उरीपोक खाईदेम लेइकाई इलाके में प्राइमरी स्कूल के एक टीचर के घर के पास एक ग्रेनेड रख दिया। पुलिस ने मंगलवार को इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि यह ग्रेनेड मंगलवार की सुबह परिवार के लोगों को घर के गेट के पास मिला। इस घटना की सूचना मिलते ही पुलिसकर्मी मौके पर पहुंच गए। बता दें कि मणिपुर में पिछले कई महीनों से आशांति है और यहां से हिंसा की तमाम घटनाएं सामने आती रही हैं।
स्थानीय लोगों ने ग्रेनेड रखे जाने के विरोध में दिया धरना
टीचर के घर के पास ग्रेनेड मिलने के बाद पुलिस ने कहा, ‘इंफाल पश्चिम जिले में इंफाल पुलिस थाने के अंतर्गत उरीपोक खाईदेम लेइकाई लेन स्थित प्राइमरी स्कूल के 47 वर्षीय टीचर खोमद्रम प्रमोद के आवास पर बदमाशों ने एक ग्रेनेड रख दिया।’ इस बीच, स्थानीय लोगों ने खोमद्राम के आवास पर हथगोला रखे जाने के विरोध में धरना दिया। इस बीच एक अन्य खबर में बिहार के दो प्रवासी मजदूरों की हाल में हुई हत्या के सिलसिले में पुलिस ने प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन कांगलीपाक कम्युनिस्ट पार्टी (पीपुल्स वार ग्रुप) के 8 सदस्यों को मणिपुर के काकचिंग जिले से गिरफ्तार किया गया।
‘14 दिसंबर को मणिपुर में सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया’
पुलिस ने मंगलवार को 8 उग्रवादियों की गिरफ्तारी के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि दोनों मजदूरों की हत्या में शामिल लोगों को पकड़ने के लिए 14 दिसंबर को मणिपुर में सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया था। KCP (PWG) के एक सक्रिय सदस्य को सबसे पहले सोमवार को काकचिंग लामखाई इलाके से पकड़ा गया। पुलिस ने बताया, ‘सूचना के आधार पर पुलिस की एक टीम ने काकचिंग ममांग चिंग लैफाम लोकनंग क्षेत्र स्थित एक ठिकाने पर छापा मारा और वहां से KCP (PWG) के 7और उग्रवादियों को गिरफ्तार किया।’
‘उग्रवादियों के पास से हथियार, गोला-बारूद बरामद’
पुलिस के बयान में कहा गया कि उग्रवादियों के पास से हथियार, गोला-बारूद और 10 मोबाइल फोन बरामद किए गए। KCP (PWG) प्रतिबंधित संगठन कांगलीपाक कम्युनिस्ट पार्टी का एक गुट है, जिस पर इंफाल घाटी में जबरन वसूली और अन्य अपराधों में शामिल होने का आरोप है। मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने मणिपुर के काकचिंग जिले में बिहार के दो भाइयों 18 साल के सुनालाल कुमार और 17 साल के दशरथ कुमार की निर्मम हत्या की घटना की निंदा की थी। उन्होंने प्रत्येक शोक संतप्त परिवार को 10-10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की भी घोषणा की थी।