पूर्वोत्तर भारत के मणिपुर राज्य में पिछले कई महीनों से हिंसा फैली हुई है। सुरक्षाबलों की टीम राज्य के अलग-अलग इलाकों में चप्पे-चप्पे पर नजर बनाए हुए है। मणिपुर पुलिस और असम राइफल्स की संयुक्त टीम ने चुराचांदपुर जिले में हथियारों का जखीरा बरामद किया है।
संयुक्त रूप से चलाया गया तलाशी अभियान
चुराचांदपुर जिले के खेंगमोल पहाड़ी पर पुलिस और सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम ने तलाशी अभियान के दौरान हथियार और विस्फोटक जब्त किए हैं। शनिवार को एक आधिकारिक बयान में ये जानकारी दी गई है।
जिंदा गोला-बारूद, 13 इम्प्रोवाइज्ड मोर्टार शेल बरामद
संयुक्त टीम ने शुक्रवार को एक आंसू गैस गन, एक देशी 9 एमएम पिस्तौल मैगजीन के साथ, पांच 12 बोर सिंगल बैरल गन, जिंदा गोला-बारूद, 13 इम्प्रोवाइज्ड मोर्टार शेल और पांच इम्प्रोवाइज्ड भारी मोर्टार जब्त किए हैं। इतनी भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक बरामद होने के बाद अब सवाल उठ रहे हैं कि आखिर इसके पीछे मंशा क्या थी।
आखिर क्या थी मंशा? पुलिस की टीम कर रही जांच
मणिपुर के अलग-अलग जिलों में पहले ही से हिंसा फैली हुई है। ऐसे में इतनी भारी मात्रा में हथियारों का जखीरा और विस्फोटक का मिलना हिंसा फैलाने के लिए तो नहीं था। पुलिस की टीम इस मामले की जांच कर रही है।
संदिग्ध नर्सरी को किया गया नष्ट
पुलिस ने पिछले हफ्ते तामेंगलोंग जिले के कुइलोंग गांव प्राधिकरण के सदस्यों के साथ मिलकर पांच एकड़ में लगे संदिग्ध नर्सरी पॉपी (Poppy) के पौधों को नष्ट कर दिया था। इसमें कहा गया कि इन पौधों की खेती अज्ञात व्यक्तियों द्वारा की गई थी।
पीटीआई के इनपुट के साथ