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Hindi News नॉर्थ ईस्ट असम हरियाणा में BJP की जीत के बाद हिमंत का बड़ा बयान, हिंदुओं के मुद्दे पर कांग्रेस को दिया ये ज्ञान

हरियाणा में BJP की जीत के बाद हिमंत का बड़ा बयान, हिंदुओं के मुद्दे पर कांग्रेस को दिया ये ज्ञान

असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने कहा कि EVM पर सवाल उठाने से पहले कांग्रेस के सभी मुख्यमंत्रियों को इस्तीफा दे देना चाहिए और उसके बाद वे कुछ EVM पर बोलेंगे तो संज्ञान लिया जाएगा।

Himanta Biswa Sarma, Himanta Biswa Sarma News, Rahul Gandhi Haryana- India TV Hindi Image Source : PTI असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा।

गुवाहाटी: हरियाणा विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की हार पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने बड़ा बयान दिया है। शर्मा ने बुधवार को कहा कि हरियाणा विधानसभा का चुनाव परिणाम कांग्रेस के लिए एक सबक है कि कोई भी राज्य ‘हिंदुओं को बांट करके नहीं चलाया जा सकता।’ उन्होंने कहा कि हिंदू यह भी जानते हैं कि राहुल गांधी कैसे हिंदू समाज को विभाजित करने की कोशिश कर रहे हैं। शर्मा ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों की आलोचना करने के लिए भी कांग्रेस को निशाने पर लिया और कांग्रेस के सभी मुख्यमंत्रियों से EVM के खिलाफ कोई भी बयान देने से पहले इस्तीफा देने के लिए कहा।

‘हरियाणा चुनाव ने दिखाया कि हिंदू एकजुट रह सकते हैं’

हिमंत ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, ‘मेरे विचार में सभी राज्यों के चुनाव अलग-अलग होते हैं। सभी राज्यों के चुनाव उस राज्य से जुड़े मुद्दों पर लड़े जाते हैं। हालांकि, हरियाणा के लोगों ने कांग्रेस पार्टी को सबक सिखा दिया है कि आप हिंदू समाज को बांट करके किसी राज्य को नहीं चला सकते। हिंदू भी साजिश के बारे में जानते हैं। हिंदू भी जानते हैं कि राहुल गांधी हिंदू समाज को कैसे बांटने की कोशिश कर रहे हैं। हरियाणा चुनाव ने दिखाया है कि हिंदू एकजुट रह सकते हैं और हिंदू कांग्रेस पार्टी के कुख्यात ‘गेम प्लान’ को देख सकते हैं।’

‘जब भी वे हारते हैं तो ईवीएम पर सवाल उठाते हैं’

चुनाव परिणाम के लिए कांग्रेस द्वारा EVM की आलोचना के बारे में पूछे जाने पर शर्मा ने कहा, ‘जब भी कांग्रेस जीतती है तो ईवीएम पर सवाल नहीं उठाती है। जब भी वे हारते हैं तो ईवीएम पर सवाल उठाते हैं। तो यह उनका पुराना हथकंडा है। सबसे पहले तो कांग्रेस के सभी मुख्यमंत्रियों को इस्तीफा दे देना चाहिए और कहना चाहिए कि हम EVM के जरिए चुने गए हैं और हम ऐसे नतीजों से सहमत नहीं हैं। तो एक बार जब आप इस्तीफा दे देंगे तो इस मुद्दे पर संज्ञान लिया जाएगा। लेकिन अगर आप ईवीएम के लाभार्थी हैं और आप ईवीएम पर सवाल उठाते हैं तो कोई भी इसे गंभीरता से नहीं लेगा।’