असम में बाढ़ के कारण उत्पन्न स्थिति फिलहाल सुधरती नजर नहीं आ रही है जिसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि शुक्रवार तक राज्य के 26 जिलों के लगभग 14 लाख लोग प्रभावित हैं। एक आधिकारिक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई। इसमें कहा गया है कि ब्रह्मपुत्र सहित कई प्रमुख नदियां राज्य के विभिन्न हिस्सों में खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
इस वर्ष बाढ़, तूफान और आकाशीय बिजली गिरने की घटनाओं में जान गंवाने वालों की संख्या 99 तक पहुंच गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि 26 जिलों के 83 राजस्व सर्किल और 2,545 गांवों में 13,99,948 लोग प्रभावित हैं।
इन जिलों में बाढ़ का असर
बाढ़ के कारण प्रभावित जिलों में कछार, बारपेटा, कामरूप, नगांव, धुबरी, विश्वनाथ, गोलाघाट, ग्वालपाडा, हैलाकांडी, शिवसागर, डिब्रूगढ़, मोरीगांव, तिनसुकिया, नलबाड़ी, धेमाजी, दक्षिण सलमारा, लखीमपुर, करीमगंज, चराईदेव, बोंगाईगांव, कोकराझार, दरांग, जोरहाट, कामरूप मेट्रोपॉलिटन, माजुली और चिरांग शामिल हैं। बुधवार तक 25 जिलों की प्रभावित लोगों की संख्या 14,38,900 थी। धुबरी में सबसे सबसे ज्यादा 2,41,186 लोग प्रभावित हैं, इसके बाद कछार (1,60,889) और दरांग (1,08,125) हैं। वर्तमान में, 41,596 विस्थापित लोग 189 राहत शिविरों में आश्रय लिये हुए हैं, जबकि अन्य 110 राहत शिविरों में 72,847 लोग ठहरे हुए हैं।
ब्रह्मपुत्र नेमाटीघाट, तेजपुर और धुबरी में खतरे के निशान से ऊपर
राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और स्थानीय प्रशासन सहित कई एजेंसियां राहत और बचाव कार्यों में जुटी हैं। ब्रह्मपुत्र नदी नेमाटीघाट, तेजपुर और धुबरी में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जबकि बुरहिडीहिंग खोवांग, नांगलमुराघाट में दिसांग और करीमगंज के कुशियारा में चेतावनी निशान से ऊपर बह रही है। रिपोर्ट में कहा गया कि विभिन्न प्रभावित जिलों से मकान, पुल, सड़क और तटबंधों सहित विभिन्न बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचने की खबरें हैं। (इनपुट- पीटीआई भाषा)