गुवाहाटी: असम में सीमा के पास से चार लोगों के पकड़े जाने के बाद मंगलवार को बांग्लादेशी नागरिकों को अवैध रूप से भारत में दाखिल कराने वाले वाले एक दलाल को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने यह जानकारी दी। इसे दक्षिण सलमारा जिले के हाजीरहाट गांव से गिरफ्तार किया गया है। उस पर धन के बदले नदी के किनारे के इलाकों से असम में बांग्लादेशी नागरिकों को अवैध रूप से प्रवेश कराने में मदद करने का आरोप है।
आरोपी की पहचान हुई
आरोपी की पहचान अली हुसैन के रूप में हुई जिस पर घुसपैठियों को शरण देने और उन्हें अवैध रूप से भारत में प्रवेश कराने में मदद करने का भी आरोप है। एक बांग्लादेशी महिला को धुबरी में हिरासत में लिए जाने और उसके देश के अधिकारियों को सौंपे जाने के एक दिन बाद अली की गिरफ्तारी हुई है।
महिला ने दावा किया कि वह एक बड़े समूह के साथ शनिवार को बांग्लादेश से रवाना हुई थी और भारत और बांगलादेश के दो दलालों की मदद से रविवार को देश में दाखिल हुई। उसने आरोप लगाया था कि अली की मदद से उसने असम में घुसपैठ की थी और उसे 2,500 बांग्लादेशी टका दिए थे।
उसने दावा किया कि उसके पति समेत चार लोगों ने एक घर में शरण ली थी, लेकिन बाद में उन्हें अलग-अलग जगह भेज दिया गया और पुलिस ने उसे पकड़ लिया। मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने मंगलवार को कहा कि एक अन्य घटना में, असम पुलिस ने तीन बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा और उन्हें पड़ोसी देश को सौंप दिया है।
शर्मा ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘असम पुलिस ने कल रात तीन बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा जो त्रिपुरा की तरफ से भारत में घुसे थे।’’ इनकी पहचान मोहम्मद अबू शैद, असद-उल इस्लाम और मोहम्मद सरवर के रूप में हुई है जो सभी बांग्लादेश के राजशाही जिले के रहने वाले हैं। (इनपुट: भाषा)