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Hindi News नॉर्थ ईस्ट अरुणाचल प्रदेश अरुणाचल प्रदेश के लोंगडिंग में सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़, एक आतंकी ढेर, हथियार बरामद

अरुणाचल प्रदेश के लोंगडिंग में सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़, एक आतंकी ढेर, हथियार बरामद

भारतीय सेना की तरफ से बताया गया कि खुफिया जानकारी के आधार पर सर्च ऑपरेशन चलाया गया था। इस दौरान आतंकियों से मुठभेड़ हुई और एक आतंकी मारा गया।

India Army- India TV Hindi Image Source : X/SPEARSCORPS भारतीय सेना

अरुणाचल प्रदेश के लोंगडिंग जिले में भारतीय सेना ने एक आतंकी को मार गिराया है। चांगखाओ क्षेत्र में आतंकियों और सेना के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें एक आतंकी मारा गया। भारतीय सेना की स्पीयर कोर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा "अरुणाचल प्रदेश के लोंगडिंग जिले के चांगखाओ क्षेत्र में उग्रवादियों की गतिविधि की खुफिया जानकारी मिलने पर असम राइफल्स ने 25 अक्टूबर 2024 को तलाशी अभियान शुरू किया। संपर्क स्थापित होने पर जवानों पर गोलीबारी की गई। त्वरित प्रतिक्रिया करते हुए जवानों ने जवाबी कार्रवाई की और गोलीबारी में एनएससीएन (के-वाईए) का एक उग्रवादी मारा गया। घटनास्थल से एक पिस्तौल और युद्ध सामग्री बरामद की गई।"

आतंकवाद खत्म करने में जुटी है सेना

सेना के एकीकृत मुख्यालय ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमलों की बढ़ती घटनाओं को लेकर श्रीनगर में एक बैठक में चर्चा कर रणनीति तैयार की। सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि बैठक में, हिंसा के चक्र को तोड़ने और आतंकवादी पारिस्थितिकी तंत्र को नष्ट करने पर ध्यान केंद्रित किया गया। उन्होंने हालांकि इस संबंध में विस्तृत जानकारी देने से इनकार कर दिया। सेना की उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एम.वी.सुचिन्द्र कुमार ने कहा, ‘‘इस रणनीति का मूल उद्देश्य नागरिकों और सैनिकों के बीच संबंधों को मजबूत करना है, साथ ही राष्ट्रवादी और मुख्यधारा की भावनाओं को प्रोत्साहित करना है, खासकर युवाओं के बीच।’’ उन्होंने कहा कि हिंसा के चक्र को तोड़ने, आतंकी पारिस्थितिकी तंत्र को समाप्त करने, युवाओं और महिलाओं को सशक्त बनाने, शिक्षा की सुविधा प्रदान करने, खेलों को बढ़ावा देने और क्षेत्र की समृद्ध ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत को पुनर्जीवित करने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।

लगातार हो रहे हैं आतंकी हमले

सेना के कमांडर ने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि स्थिति नियंत्रण में है।’’ उत्तरी कश्मीर के गुलमर्ग से छह किलोमीटर दूर सेना के एक वाहन पर गुरुवार को हुए आतंकवादी हमले में दो सैनिक शहीद हो गये थे। इस हमले में सैन्य बल के साथ काम करने वाले दो कुलियों की भी मौत हो गई थी। रविवार को एक अन्य घातक हमले में मध्य कश्मीर के गांदरबल जिले के गगनगीर इलाके में एक निर्माण स्थल पर आतंकवादियों द्वारा की गई गोलीबारी में छह प्रवासी मजदूरों और एक स्थानीय चिकित्सक की मौत हो गई थी। इससे पहले 18 अक्टूबर को शोपियां जिले में आतंकवादियों ने बिहार के एक मजदूर की गोली मारकर हत्या कर दी थी। आतंकवादियों ने पुलवामा जिले के त्राल इलाके में भी उत्तर प्रदेश के एक मजदूर को गोली मार दी थी जिससे वह घायल हो गया था।

पांच साल में 720 आतंकी मारे

लेफ्टिनेंट जनरल कुमार ने कहा कि सुरक्षा बल पिछले पांच वर्षों में जम्मू-कश्मीर में 720 आतंकवादियों को मार गिराने में सफल रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘जहां तक ​​बचे हुए आतंकवादियों का सवाल है, विभिन्न एजेंसियां ​​आंकड़े अद्यतन करती रहती हैं। यह 120 से 130 के बीच है। अब भर्ती के आंकड़े एकल अंकों में हैं और यह अपने सबसे निचले स्तर पर है।’’ उन्होंने कहा कि नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ रोधी तंत्र और आंतरिक इलाकों में आतंकवाद रोधी अभियानों से केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में शांति और विकास का माहौल बना है। कुमार ने कहा, ‘‘हमारी सफलताओं से दुश्मन हताश है। उनका उद्देश्य आतंकवादियों को सीमा पार कराना है, लेकिन हमने घुसपैठ के प्रयासों को विफल कर दिया है। उनका लक्ष्य लोगों में भय पैदा करना है, लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे।’’