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मिजोरम को आज मिलेगा नया मुख्यमंत्री, लालदुहोमा समेत अन्य विधायकों को दिलाई जाएगी शपथ

मिजोरम में आज नई सरकार का गठन होने जा रहा है। जोराम पीपुल्स मूवमेंट के नेता लालदुहोमा को राज्यपाल मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाएंगे। उनके साथ कुछ विधायक भी मंत्री बनेंगे।

जोराम पीपुल्स मूवमेंट के नेता लालदुहोमा - India TV Hindi Image Source : PTI जोराम पीपुल्स मूवमेंट के नेता लालदुहोमा

आइजोल: जोराम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) के नेता लालदुहोमा आज मिजोरम के नए मुख्यमंत्री बनेंगे। उन्हें राज्यपाल हरि बाबू कंभमपति पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। मिली जानकारी के अनुसार, लालदुहोमा के अलावा उनकी मंत्रिपरिषद के अन्य सदस्य भी शपथ ग्रहण करेंगे। एक अधिकारी ने बताया कि राज्यपाल हरि बाबू कंभमपति लालदुहोमा के अलावा अन्य मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। 

बारिश होने पर विधानसभा के एनेक्सी भवन में होगा शपथ ग्रहण

आइजोल में मौसम ठीक रहने पर शपथ ग्रहण समारोह राजभवन परिसर में आयोजित किया जाएगा। मौसम ठीक नहीं रहने की स्थिति में कार्यक्रम विधानसभा के एनेक्सी भवन में आयोजित किया जाएगा। आइजोल में बृहस्पतिवार को भारी बारिश हुई। आज भी भारी बारिश का अलर्ट है। 

अधिकतम 12 मंत्री बन सकते हैं

 मिजोरम में 40 सदस्यीय विधानसभा है और राज्य में मुख्यमंत्री समेत 12 मंत्री हो सकते हैं। जेडपीएम ने सात नवंबर को हुए राज्य विधानसभा चुनाव में 40 में से 27 सीटों पर जीत हासिल की थी। अपने दम पर बहुमत हासिल करने के बाद लालदुहोमा आज पहली बार मुख्यमंत्री बनेंगे। वे आईपीएस अधिकारी रहे हैं। ऐसे में उन्हें प्रशासनिक अनुभव भी है। वे पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के सिक्योरिटी इंचार्ज रह चुके हैं।

  एमएनएफ ने जोरमथांगा का इस्तीफा अस्वीकार किया 

मिजोरम विधानसभा चुनाव में हार का सामना करने वाली एमएनएफ ने अपने अध्यक्ष जोरमथांगा का इस्तीफा अस्वीकार कर दिया और इस बात पर सहमति जताई की कि वह पद पर बने रहेंगे। एमएनएफ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष तावंलुइया ने कहा कि एमएनएफ की राष्ट्रीय कोर समिति और राजनीतिक मामलों की समिति ने जोरमथांगा के इस्तीफे को अस्वीकार कर दिया और उनके द्वारा हार की नैतिक जिम्मेदारी लेने की सराहना की। उन्होंने कहा कि बैठक में महसूस किया गया कि चुनाव परिणाम पार्टी की सामूहिक जिम्मेदारी है न कि अकेले अध्यक्ष की। जोरमथांगा ने 30 वर्षों तक राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया।

सोमवार को विधानसभा चुनाव की गिनती होने पर पार्टी को मिली हार के बाद उन्होंने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। जोरमथांगा ने तावंलुइया को भेजे अपने इस्तीफे में कहा, ‘‘ एमएनएफ राज्य विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने में असफल रही। मैं पार्टी प्रमुख के रूप में इसकी नैतिक जिम्मेदारी लेता हूं।