A
Hindi News मिजोरम मिजोरम में बड़ा विरोध प्रदर्शन, 19 हजार स्टूडेंट्स को छात्रवृत्ति तुरंत देने की मांग

मिजोरम में बड़ा विरोध प्रदर्शन, 19 हजार स्टूडेंट्स को छात्रवृत्ति तुरंत देने की मांग

मिजोरम में 19,000 से अधिक छात्रों को छात्रवृत्ति राशि तुरंत देने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी है। विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे एमजेडपी ने कहा कि वह अपना प्रदर्शन तेज करेगा और छात्रवृत्ति बोर्ड के अधिकारियों को कार्यालय में प्रवेश करने से रोकेगा।

छात्रवृत्ति राशि देने की मांग को लेकर प्रदर्शन- India TV Hindi Image Source : TWITTER/MIZOZIRLAIPAWL छात्रवृत्ति राशि देने की मांग को लेकर प्रदर्शन

मिजोरम में सैकड़ों छात्रों ने गुरुवार को लगातार तीसरे दिन प्रदर्शन किया। 19,000 से अधिक छात्रों को छात्रवृत्ति राशि तुरंत देने की मांग की गई। आइजोल में शीर्ष छात्र संगठन मिज़ो ज़िरलाई पावल (एमजेडपी) के नेृत्व में प्रदर्शनकारी छात्रवृत्ति बोर्ड कार्यालय के सामने धरना दे रहे हैं। वे राज्य और इसके बाहर पढ़ रहे 19,495 छात्रों को छात्रवृत्ति की राशि तत्काल वितरित करने की मांग कर रहे हैं। 

मिजोरम में आदर्श आचार संहिता लागू

विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे एमजेडपी ने कहा कि वह अपना प्रदर्शन तेज करेगा और छात्रवृत्ति बोर्ड के अधिकारियों को कार्यालय में प्रवेश करने से रोकेगा। एमजेडपी अध्यक्ष एच लालथियांगलीमा ने दावा किया कि छात्रवृत्ति के वितरण के लिए मिजोरम सरकार को 25 सितंबर को केंद्र से 17.87 करोड़ रुपये का कोष मिल चुका है। बोर्ड ने कहा कि उसे निर्वाचन आयोग से अनुमति लेनी होगी, क्योंकि 7 नवंबर को हुए विधानसभा चुनाव के कारण मिजोरम में आदर्श आचार संहिता लागू है। 

कब्रिस्तान से बरामद हुई 20 लीटर शराब, पुलिस ने बच्चों से ही ढुलवाई; VIDEO वायरल

विधानसभा चुनाव के लिए 7 नवंबर को हुए मतदान

बता दें कि मिजोरम की 90 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में 7 नवंबर को मतदान हुए। मिजोरम चुनाव के नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे। मिजोरम में इस बार 16 महिलाएं सहित 174 उम्मीदवार चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। सत्तारूढ़ एमएनएफ, विपक्षी कांग्रेस और जोरम पीपल्स मूवमेंट सभी सीटों पर प्रत्याशी उतारे, जबकि बीजेपी ने 23 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं।
- PTI इनपुट के साथ 

"कांग्रेस-बीजेपी एक सिक्के के दो पहलू", KCR बोले- इन्हें वोट देना, वोट की 'बर्बादी' है

हालात नहीं बदले तो 'लोकतंत्र की मौत' जरूर देखने को मजबूर होंगे- PDP