A
Hindi News मिजोरम मिजोरम रेल ब्रिज हादसे में 23 लोगों की मौत, 22 शव बरामद, तलाशी अभियान अब भी जारी

मिजोरम रेल ब्रिज हादसे में 23 लोगों की मौत, 22 शव बरामद, तलाशी अभियान अब भी जारी

मिजोरम में हुए रेल ब्रिज हादसे में 23 लोगों की मौत हो गई है। इस घटना में मारे गए 22 लोगों के शव को बरामद कर लिया गया है। वहीं तलाशी अभियान अब भी जारी है।

Mizoram rail bridge accident 23 people died 22 bodies recovered search operation still on- India TV Hindi Image Source : PTI रेल ब्रिज हादसे की तस्वीर

मिजोरम में हुए रेल पुल हादसे में अबतक 22 शवों को बरामद किया जा चुका है। इस बाबत अधिकारियों ने कहा कि विभिन्न आपदा प्रतिक्रिया कर्मियों ने मिजोरम के सैरांग क्षेत्र में और शव बरामद करने के लिए गुरुवार को दूसरे दिन भी अपना तलाशी अभियान जारी रखा। बता दें कि यहां बुधवार के दिन एक निर्माणाधीन पुल ढह गया था। इस हादसे में कम से कम 23 लोगों की मौत हो गई और तीन लोग घायल हुए हैं। आइजोल जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारियों ने गुरुवार को कहा, ''अब तक 23 मजदूर मारे गए हैं और 22 शव बरामद कर लिए गए हैं। जबकि दो अन्य मजदूरों और एक इंजीनियर घायल हुआ है, जिन्हें इलाज के लिए आइजोल के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।''  

मिजोरम पुल हादसे में 23 मजदूरों की मौत

मिजोरम राहत और आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों ने बुधवार को कहा था कि आइजोल से लगभग 21 किमी दूर पहाड़ी सैरांग इलाके के पास रेलवे पुल ढह जाने से कम से कम 26 श्रमिकों की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए। मिजोरम सरकार के एक बयान में कहा गया है कि राष्ट्रीय और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल और यंग मिजो एसोसिएशन के स्वयंसेवकों के साथ त्वरित प्रतिक्रिया टीम (क्यूआरटी) ने अपना खोज अभियान जारी रखा है। अधिकारियों ने बताया कि ज्यादातर पीड़ित पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के हैं। 

जांच के लिए उच्चस्तरीय समिति का हुआ गठन

रेलवे इंजीनियरों ने कहा कि यह दुर्घटना एक गैन्ट्री के गिरने के कारण हुई, जो निर्माणाधीन पुल के 104 मीटर लंबे खंभों के ऊपर रखी जा रही थी। स्टील की संरचना अचानक ऊंचे खंभों से नीचे घाटी में गिर गई थी। बैराबी (दक्षिणी असम के पास) को सैरांग से जोड़ने के लिए कुरुंग नदी पर 51.38 किलोमीटर लंबी रेलवे परियोजना के तहत रेलवे पुल का निर्माण चल रहा था। रेलवे अधिकारियों ने कहा कि घटना की जांच के लिए रेल मंत्रालय द्वारा एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया गया है। एक बयान में कहा गया है कि पोस्टमॉर्टम के बाद शवों को संबंधित पैतृक गांवों में परिवहन के लिए रेलवे विभाग को सौंप दिया जाएगा।

(इनपुट-आईएएनएस)