मिजोरम में राजनीतिक दलों, गिरजाघरों और नागरिक समाज समूहों ने एक बार फिर इलेक्शन कमीशिन से मतगणना की तारीख में बदलाव के लिए अनुरोध किया है। बता दें कि मिजोरम की 40 सदस्यीय विधानसभा के लिए सात नवंबर को मतदान होगा और मतगणना 3 दिसंबर को की जाएगी। इससे पहले पिछले महीने भी मिजोरम के राजनीतिक दलों, चर्च, नागरिक समाज और छात्र संगठनों की ओर से विधानसभा चुनाव की मतगणना की तारीख में बदलाव के लिए आग्रह किया गया था लेकिन भारत निर्वाचन आयोग ने अबतक उस आग्रह पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
एमकेएचसी ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को लिखा पत्र
अब एक बार फिर मिजोरम कोहरान ह्रुएट्यूट कमेटी (MKHC) ने शुक्रवार को राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) के माध्यम से निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर मतगणना की तारीख में बदलाव का अनुरोध किया। एमकेएचसी में प्रमुख गिरजाघर, एनजीओ समन्वय समिति, प्रमुख नागरिक समाज संगठनों और छात्र निकायों का एक समूह, गिरजाघर-प्रायोजित चुनाव निगरानी संस्था मिजोरम पीपुल्स फोरम (एमपीएफ) और राजनीतिक दल शामिल हैं। गिरजाघर के एक नेता ने कहा कि राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) के माध्यम से निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर मतगणना की तारीख में बदलाव करने का अनुरोध किया गया है।
क्यों बदलवाना चाहते हैं मतगणना की तारीख?
गौरतलब है कि सत्तारूढ़ मिजो नेशनल फ्रंट (MNF) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) सहित 7 राजनीतिक दलों के साथ-साथ कई नागरिक समाज संगठनों और छात्र संगठनों ने 12 अक्टूबर को संयुक्त रूप से आयोग को पत्र लिखा था और शुक्रवार को फिर से मतगणना की तारीख में बदलाव करने का आग्रह किया गया है। पत्र में कहा गया है कि राज्य की लगभग 90 प्रतिशत आबादी ईसाई है और रविवार लोगों के लिए एक पवित्र दिन है। पत्र में कहा गया, “ हम मिजो लोग रविवार को पूरी तरह से ईश्वर की प्रार्थना में समर्पित रहते हैं। मिजोरम में रविवार को कोई आधिकारिक कार्यक्रम नहीं होता है।’’
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