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मिजोरम में मादक पदार्थों की तस्करी को लेकर सीएम ने किया बड़ा ऐलान, कही ये बात

मिजोरम के सीएम लालदुहोमा ने मादक पदार्थों की अवैध तस्करी को लेकर बड़ा बयान दिया है। बता दें कि राज्य में पड़ोसी देश म्यामार से भारी मात्रा में मादक पदार्थों की अवैध तस्करी की जाती है।

मादक पदार्थों की तस्करी को लेकर सीएम ने किया बड़ा ऐलान।- India TV Hindi Image Source : PTI मादक पदार्थों की तस्करी को लेकर सीएम ने किया बड़ा ऐलान।

आइजोल: मिजोरम के मुख्यमंत्री लालदुहोमा ने एक बार फिर सूबे में मादक पदार्थों की अवैध तस्करी को रोकने के लिए प्रतिबद्धता जताई है। लालदुहोमा ने शुक्रवार को कहा कि उनकी सरकार राज्य में किसी भी कीमत पर अवैध वस्तुओं की तस्करी नहीं होने देगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मादक पदार्थों, सूखी सुपारी और अन्य अवैध वस्तुओं की तस्करी पर पूरी तरह से रोक लगाई जाएगी। बता दें कि मिजोरम में ड्रग्स और अवैध वस्तुओं की तस्करी एक बड़ी समस्या है और म्यांमार से बॉर्डर लगे होने के कारण यहां तस्कर कुछ ज्यादा ही सक्रिय रहते हैं।

वित्तीय हालत सुधारने का किया था वादा

इससे पहले लालदुहोमा ने कहा था कि उनकी सरकार राज्य की वित्तीय हालत को सुधारने के लिए विधायकों को पहले से मिल रही कुछ सुविधाएं खत्म करने के साथ मितव्ययता कदमों का सख्ती से पालन करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा था कि विधायकों को पहले मिल रही कई सुविधाएं बंद कर जाएंगी तथा उनके वेतन एवं भत्तों में कोई बढ़ोतरी नहीं की जाएगी। अधिकारियों ने कहा कि वर्तमान वेतनमान के अनुसार विधायक प्रतिमाह डेढ़ लाख रुपये का वेतन एवं भत्ते पा रहे हैं। लालदुहोमा ने सदस्यों से अपने अपने निर्वाचन क्षेत्रों में विकास का सूत्रपात करने के लिए स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भी अपील की। उन्होंने कहा कि सरकार समान विकास सुनिश्चित करने के लिए दलगत भावना से ऊपर उठकर सभी सदस्यों की मदद करेगी।

मिजोरम में कम होती हैं हत्या जैसी जघन्य वारदातें

हालांकि मिजोरम में हत्या जैसी जघन्य वारदातें काफी कम होती है। हाल ही में आए NCRB के डेटा के मुताबिक, इस पूर्वोत्तर राज्य में 2022 में हत्या के 31 मामले दर्ज किए गए। सिक्किम में नौ और नगालैंड में 21 मामले दर्ज किए गए। NRRB के आंकड़ों के अनुसार मिजोरम में हत्या के 14 ऐसे मामले दर्ज किए गए जिनके पीछे का मकसद नहीं पता चला है और छह हत्याएं विवाद के कारण की गईं। राज्य में 2020 में हत्या के 28 और 2021 में 24 मामले दर्ज किए गए थे। NCRB के आंकड़ों के अनुसार, देशभर में 2022 में हत्या की कुल 28,522 प्राथमिकियां दर्ज की गईं। उत्तर प्रदेश में हत्या की सबसे अधिक 3,491 प्राथमिकियां दर्ज की गयीं। इसके बाद बिहार में 2,930 और महाराष्ट्र में 2,295 प्राथमिकियां दर्ज की गईं।

(इनपुट: भाषा)

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