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Hindi News मिजोरम मणिपुर हिंसा के बाद इंफाल में CAU ने मिजोरम के छात्रों के लिए उठाए वैकल्पिक कदम

मणिपुर हिंसा के बाद इंफाल में CAU ने मिजोरम के छात्रों के लिए उठाए वैकल्पिक कदम

मणिपुर में पिछले कई हफ्तों से जारी हिंसा के बीच तमाम छात्रों ने राज्य छोड़ दिया था और पूर्वोत्तर के विभिन्न प्रदेशों में स्थित अपने-अपने घरों को लौट गए थे, हालांकि उनमें से कई छात्र बाद में वापस भी आ गए।

Mizoram Governor, Mizoram News, Mizoram Latest News- India TV Hindi Image Source : CAU.AC.IN केंद्रीय कृषि विश्‍वविद्यालय, इंफाल।

आइजोल: मणिपुर की राजधानी इंंफाल में स्थित केंद्रीय कृषि विश्‍वविद्यालय (CAU) ने मिजोरम के 40 छात्रों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की है। ये सभी छात्र मणिपुर में मौजूदा जातीय हिंसा के कारण इंफाल में स्थित अपनी यूनिवर्सिटी में नहीं जाना चाहते। एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि CAU के कुलपति अनुपम मिश्रा ने आइजोल के राजभवन में मिजोरम के राज्यपाल हरि बाबू कंभमपति से मुलाकात की और राज्यपाल को बताया कि यहां पढ़ने वाले मिजोरम के छात्रों की समस्याओं का समाधान कर दिया गया है।

राज्यपाल ने लिया था मामले का संज्ञान
अधिकारी ने CAU के कुलपति के हवाले से कहा, ‘मिजोरम के उन CAU छात्रों को सेलेसिह (आइजोल से 12 किमी उत्तर में) में पशु चिकित्सा विज्ञान कॉलेज में परीक्षाओं में बैठने की अनुमति दी जाएगी। कॉलेज में प्रवेश दस्तावेज भी जमा किए जाएंगे और इन छात्रों के लिए कक्षाएं भी ऑनलाइन आयोजित की जाएंगी।’ बता दें कि सोमवार को मिजोरम छात्र संघ (MSU) ने राज्य के राज्यपाल से इंफाल स्थित सीएयू में पढ़ने वाले और प्रवेश लेने वाले राज्य के छात्रों के मुद्दों और समस्याओं को हल करने का आग्रह किया था, जिसके बाद राज्यपाल ने तुरंत मामले को आगे बढ़ाया और मिश्रा से चर्चा की।

हिंसा के चलते छात्रों ने छोड़ा था मणिपुर
सूचना और जनसंपर्क निदेशालय द्वारा पहले जारी एक बयान में कहा गया था कि MSU नेताओं ने राज्यपाल से कहा था कि इंफाल इन छात्रों के लिए असुरक्षित है और उनसे छात्रों की दिक्कतों को सुलझाने अनुरोध किया था। मिजोरम के 40 छात्रों में से 12 अंतिम वर्ष के छात्र हैं, जबकि अन्य 28 को 2 अगस्त से पहले इम्फाल में CAU में अपने प्रवेश दस्तावेजों की हार्ड कॉपी जमा करनी होगी और जल्द ही परीक्षा देनी होगी। बता दें कि मणिपुर में जातीय हिंसा को देखते हुए RIMS, CAU और अन्य संस्थानों में पढ़ने वाले कई पूर्वोत्तर राज्यों के सैकड़ों छात्रों ने मणिपुर छोड़ दिया था, हालांकि उनमें से कई बाद में वापस आ गए थे। (IANS)