मिजोरम के गृह मंत्री के.सपडांगा ने सोमवार को कहा कि मिजोरम में जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) की नयी सरकार की प्राथमिकता समाज में शांति और सद्भाव का माहौल बनाए रखना है। सपडांगा ने कहा कि नयी सरकार राज्य के लोगों के लिए सुगम जीवन सुनिश्चित करने का भी प्रयास कर रही है। उन्होंने गृह मंत्री के रूप में अपने पहले दौरे के दौरान यह बयान दिया।
सैतुअल और ख्वाजॉल का दौरा किया
सपडांगा ने आबकारी विभाग के मंत्री लालनघिंगलोवा हमार के साथ राज्य के उत्तर-पूर्वी हिस्से में सैतुअल और ख्वाजॉल का दौरा किया। गृह मंत्री ने कहा कि नयी सरकार लोगों के लिए सुगम जीवन सुनिश्चित करने के अलावा समाज में सद्भाव और शांति की भावना को प्राथमिकता दे रही है। उन्होंने लोगों और सुरक्षाबलों से सरकार के प्रयासों में समर्थन देने का आग्रह किया।
मादक पदार्थों की तस्करी के गढ़ में क्या बोले?
सपडांगा ने कहा कि सैतुअल, ख्वाजॉल और चम्फाई जिले अवैध गतिविधियों, विशेष रूप से मादक पदार्थों की तस्करी के गढ़ माने जाते हैं, क्योंकि इन जिलों की सीमा म्यांमा के साथ सटी हुई है। उन्होंने कहा, ‘‘मादक पदार्थों की तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए सरकार, गैर सरकारी संगठनों और स्थानीय नेताओं को सामूहिक स्तर पर प्रयास करने की आवश्यकता है।’’
"मिजोरम सरकार किसानों को प्राथमिकता देगी"
वहीं इससे पहले मिजोरम में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद लालदुहोमा ने 8 दिसंबर को कहा था कि राज्य सरकार किसानों और भ्रष्टाचार रोधी उपायों को सर्वोच्च प्राथमिकता देगी। यहां शपथ ग्रहण समारोह के तुरंत बाद संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए 73 वर्षीय नेता लालदुहोमा ने कहा कि उनकी सरकार के 12 प्राथमिकता वाले कार्यक्रम अगले 100 दिन में लागू किए जाएंगे। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी जोराम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) सरकार न्यूनतम मूल्य तय करके किसानों से अदरक, हल्दी, मिर्च और सीक वाली झाड़ू जैसे चार स्थानीय उत्पाद खरीदेगी। किसानों के पास अपने उत्पाद स्वयं बेचने या सरकार को बेचने का विकल्प होगा। यह हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।"
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