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Hindi News मिजोरम कांग्रेस उम्मीदवार का वादा- 'सांसद बना तो मिजोरम और म्यांमार के बीच बॉर्डर ट्रेड बहाल कराने का प्रयास करुंगा'

कांग्रेस उम्मीदवार का वादा- 'सांसद बना तो मिजोरम और म्यांमार के बीच बॉर्डर ट्रेड बहाल कराने का प्रयास करुंगा'

मिजोरम में चुनाव प्रचार जोरों पर हैं। बीजेपी-कांग्रेस और सत्तारुढ़ पार्टी जोरम पीपुल्स मूवमेंट के बीच त्रिकोणीय मुकाबला देखने का मिल रहा है।

कांग्रेस- India TV Hindi Image Source : FILE-ANI कांग्रेस

आइजोल: मिजोरम की एकमात्र लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार लालबियाकजामा ने मंगलवार को कहा कि अगर वह संसद में निर्वाचित होकर पहुंचते हैं तो म्यांमार और पूर्वोत्तर के इस राज्य के बीच सीमा व्यापार को बहाल करने के लिए कदम उठाएंगे। पूर्वी मिजोरम के चंफई कस्बे में एक रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता ने सीमा व्यापार के महत्व पर जोर दिया और कहा कि यह इस समय सही तरीके से नहीं हो रहा। उन्होंने कहा कि जोखावथार में मिजोरम तथा म्यांमार के बीच सीमा व्यापार का राज्य की अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक असर होता है।

 लालबियाकज़ामा ने किया ये वादा

पूर्वी मिजोरम के चम्फाई शहर में एक रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता ने सीमा व्यापार के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि ज़ोखावथार में मिजोरम और म्यांमार के बीच सीमा व्यापार का "राज्य की अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव" पड़ता है। लालबियाकज़ामा ने कहा, अगर मैं लोकसभा के लिए चुना जाता हूं तो सीमा व्यापार बहाल करने को पहली प्राथमिकता दूंगा। 

बीजेपी पर लगाया आरोप

भाजपा पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि भाजपा शासन में अल्पसंख्यकों, विशेषकर ईसाइयों पर धार्मिक उत्पीड़न और अत्याचार के कई मामले हुए हैं। उन्होंने कहा, "अगर मैं आगामी लोकसभा चुनाव के लिए चुना जाता हूं तो मैं भारत में ईसाइयों पर हो रहे धार्मिक अत्याचारों को दुनिया के सामने उजागर करूंगा।

 लालबियाकज़ामा ने  मिज़ोरम को नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के तहत छूट दिए जाने की वैधता पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने सीएए के तहत मिज़ोरम को छूट दिए जाने की बात की। क्या अधिनियम या नियमों में कोई उल्लेख है कि मिजोरम को छूट दी गई है?  प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष लाल थंजारा ने भी आरोप लगाया कि  2014 में केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए के सत्ता में आने के बाद से ईसाइयों के खिलाफ अत्याचार और ईसाई अल्पसंख्यकों के खिलाफ उत्पीड़न काफी बढ़ गया है।

19 अप्रैल को होगा चुनाव

बता दें कि मिजोरम की एकमात्र लोकसभा सीट के लिए मतदान 19 अप्रैल को होगा। इसके लिए चुनाव प्रचार जोरों पर हैं। बीजेपी-कांग्रेस और सत्तारुढ़ पार्टी जोरम पीपुल्स मूवमेंट के बीच त्रिकोणीय मुकाबला देखने का मिल रहा है।

इनपुट-भाषा