मिजोरम की मुख्य विपक्षी पार्टी एमएनएफ ने आरोप लगाया है कि सत्तारूढ़ पार्टी जेडपीएम को साल 2023 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी से वित्तीय सहायता मिली। एमएनएफ अध्यक्ष ज़ोरमथांगा ने मंगलवार को कहा कि राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी भी एनडीए में शामिल होने के लिए कड़ी मेहनत कर रही थी। सैतुअल शहर में एक रैली को संबोधित करते हुए ज़ोरमथांगा ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री लालदुहोमा ने विधानसभा चुनाव से पहले असम के सीएम हिमंत बिस्वास सरमा से संपर्क किया था ताकि जेडपीएम एनडीए का हिस्सा बन सके।
ज़ोरमथांगा ने किया ये दावा
ज़ोरमथांगा ने दावा किया कि जेडपीएम को पिछले साल राज्य चुनाव से पहले भाजपा से पैसा मिला था। उन्होंने कहा कि जेडपीएम चाहता है कि एमएनएफ एनडीए से नाता तोड़ ले ताकि गठबंधन का हिस्सा बनने का रास्ता साफ हो सके। पूर्व सीएम ज़ोरमथांगा ने दावा किया कि उनकी पार्टी ने गठबंधन में होने के बावजूद अल्पसंख्यकों और मिजोरम के हितों को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर केंद्र में एनडीए सरकार का लगातार विरोध किया है।
अमित शाह को लेकर किया ये दावा
ज़ोरमथांगा ने दावा किया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने असम के साथ विवाद के दौरान अंतरराज्यीय सीमा से मिजोरम पुलिस को हटाने के लिए उन पर दबाव डाला था। इस पर उन्होंने चेतावनी दी थी कि वह मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे। इससे पहले लालडुहोमा ने कहा था कि उनकी पार्टी केंद्र में किसी भी गठबंधन से स्वतंत्र रहेगी।
इनपुट- भाषा