मिजोरम पुलिस का कहना है कि नशीली दवाओं के तस्कर मादक पदार्थों की तस्करी के लिए नए रास्ते अपना रहे हैं। मिजोरम के शीर्ष पुलिस अधिकारियों ने ये बातें छठी राज्य स्तरीय एनसीओआरडी बैठक में कही। बैठक को संबोधित करते हुए एनसीओआरडी की अध्यक्ष और मिजोरम की मुख्य सचिव पी रेनू शर्मा ने जमीनी स्तर पर नशीले पदार्थों से संबंधित चुनौतियों का समाधान करने के लिए एक एनसीओआरडी बैठकों के महत्व का उल्लेख किया।
2023 में 987 मामले दर्ज हुए थे
मिजोरम के डीजीपी अनिल शुक्ला ने राज्य में नशीली दवाओं की तस्करी को रोकने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि नशीली दवाओं के तस्कर प्रतिबंधित पदार्थों की तस्करी के लिए नए रास्ते अपना रहे हैं। पुलिस ने हाल ही में मैक्सीकैब/सूमो के माध्यम से तस्करी की जा रही एक प्रतिबंधित खेप को पकड़ा है। 2023 में एएनटीएफ मिजोरम ने 987 मामले दर्ज किए थे।
कई विभागों के अधिकारियों के साथ मीटिंग
उन्होंने कहा कि एनसीबी, मिजोरम एएनटीएफ, एसडब्ल्यू और टीए विभाग, असम राइफल्स, एमएससीएसी मिलकर तस्करों पर लगाम लगाए। बता दें कि बैठक में विभिन्न विभागों के 19 अधिकारी शामिल हुए। जबकि कुछ अधिकारी वर्चुअल जुड़े। बैठक का समन्वय वीनू बंसल, आईपीएस, आईजीपी (इंटेल), राज्य स्तरीय एनसीओआरडी के संयोजक और एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) के अध्यक्ष द्वारा किया गया था।
68.41 करोड़ रूपये के नशीले पदार्थ जब्त
बता दें कि अभी हाल में ही मिजोरम में दो- दो अलग-अलग अभियानों के तहत 68.41 करोड़ रूपये मूल्य के नशीले पदार्थ जब्त किए गए और तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया। असम राइफल्स के जवानों ने एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए सियाहा जिले के बुआलपुई गांव में छापा मारा और 225 ग्राम नशीला पदार्थ जब्त किया। असम राइफल्स ने जानकारी दी कि जब्त किए गए नशीले पदार्थों की अनुमानित कीमत 1.75 करोड़ रुपये है। इसके संबंध में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं, एक अन्य ऑपरेशन में जवानों ने चम्फाई जिले के ज़ोखावथर-मेलबुक रोड से 22.2 किलोग्राम वजन वाले मेथामेफ्टामाइन गोलियों के 20 पैकेट जब्त किए गए जिनकी अनुमानित कीमत 66.66 करोड़ रुपये है।