आइजोल: मिजोरम के मुख्यमंत्री लालदुहोमा ने शनिवार को एक बार फिर म्यांमार की सीमा पर बाड़बंदी का विरोध किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि उनकी सरकार भारत-म्यांमार सीमा पर बाड़ लगाने और मुक्त आवागमन व्यवस्था (FMR) को समाप्त करने के विरोध में है। लालदुहोमा ने यहां एनजीओ समन्वय समिति (NGOCC) के नेताओं के साथ बातचीत के दौरान ये बात कही। सीएम लालदुहोमा ने कहा कि उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री से इस बारे में कई बार मुलाकात भी की है और उन्हें आशा है कि भारत-म्यांमार सीमा पर बाड़बंदी नहीं की जाएगी।
दो बार गृह मंत्री से की मुलाकात
सीएम लालदुहोमा ने आगे कहा कि मौजूदा सीमा का निर्धारण ब्रिटिश शासन द्वारा मिजो समुदाय को अलग थलग करने वाली फूट डालो और राज करो की नीति के माध्यम से किया गया था। उन्होंने कहा कि भारत और म्यांमार में रहने वाले मिजो समुदाय के लोग अभी भी एक प्रशासनिक इकाई के तहत पुन: एकीकरण का सपना देखते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार चाहती है कि म्यांमार के साथ मुक्त आवाजाही व्यवस्था (FMR) जारी रहे। सीएम लालदुहोमा ने कहा कि उन्होंने जनवरी और फरवरी में दो मौकों पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और उन्हें भारत-म्यांमार सीमा पर बाड़ लगाने तथा एफएमआर हटाने पर मिजोरम के रुख के बारे में बताया था।
21 फरवरी को होगा प्रदर्शन
वहीं जोरम पीपुल्स मूवमेंट (ZPM) के नेता ने कहा कि उन्होंने गृह मंत्री से मिजोरम की ओर बाड़ नहीं लगाने का आग्रह किया है। भले ही भारत-म्यांमार सीमा के मणिपुर खंड की ओर बाड़ लगाई जाए। सीएम लालदुहोमा ने आशा व्यक्त की है कि केंद्र सरकार 510 किलोमीटर लंबी मिजोरम-म्यांमार सीमा पर बाड़ नहीं लगाएगी। इस बीच, NGOCC ने कहा कि वह भारत-म्यांमार सीमा पर बाड़ लगाने और एफएमआर को खत्म करने के केंद्र के फैसले के खिलाफ विरोध दर्ज कराने के लिए 21 फरवरी को आइजोल में प्रदर्शन करेगा। बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कुछ दिन पहले ही भारत और म्यांमार की सीमा पर पूरी तरह से बाड़बंदी करने की बात कही थी।
(इनपुट- भाषा)
यह भी पढ़ें-
मिजोरम में असर राइफल्स ने दिखाया दम, इस साल अब तक बरामद किए 130 करोड़ रुपये के ड्रग्स
NGOCC ने मिजोरम-म्यांमार बॉर्डर पर बाड़ लगाने का विरोध किया, केंद्रीय गृह मंत्री को दिया ज्ञापन