तो क्या अपना इस्तीफा वापस लेंगे शरद पवार? आखिर क्यों मांगा है दो-तीन दिन का समय, जानें वजह
एनसीपी के प्रमुख शरद पवार ने मंगलवार को अचानक अपने पद से इस्तीफा देने की घोषणा कर महाराष्ट्र में सियासी हलचल तेज कर दी, हालांकि दिनभर चली गहमागहमी के बाद उन्होंने इस्तीफे पर फिर से विचार करने के लिए तीन से चार दिन का समय मांगा है।
महाराष्ट्र: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार ने अचानक से मंगलवार को पार्टी प्रमुख के पद से इस्तीफा देने का ऐलान कर महाराष्ट्र में चल रही सियासी हलचल को तेज कर दिया है। इसे लेकर उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं-नेताओं और समर्थकों ने दिनभर जगह-जगह धरना दिया और उनसे इस्तीफा वापस लेने का आग्रह करते रहे। सुबह में इस्तीफा देने वाले पवार ने पद छोड़ने के छह घंटे बाद ही 'पुनर्विचार' करने और अगले कुछ दिनों में अपने अंतिम निर्णय की घोषणा करने पर सहमति व्यक्त की। शरद पवार के भतीजे अजीत पवार ने यह जानकारी दी।
अजीत पवार ने मीडियाकर्मियों से कहा, हम सभी नेताओं ने पार्टी प्रमुख से मुलाकात की है और उन्हें इस मुद्दे पर आश्वस्त किया है। हमारी बात को पवार साहब ने सुना है और इस्तीफे पर फिर से विचार करने के लिए सहमत हो गए हैं। अजीत पवार ने कहा कि शरद पवार को अपना निर्णय लेने के लिए 2-3 दिन का समय दें।
पार्टी अध्यक्ष बने रहें शरद पवार-कमेटी का फैसला
सूत्रों के मुताबिक, शरद पवार ने एनसीपी अध्यक्ष पद से रिटायर्ड होने के फैसले के बाद जो कमिटी गठित की है, उस कमिटी ने शरद पवार अध्यक्ष पद पर कायम रहने का अनुरोध किया है। शरद पवार ने कमिटी और पार्टी के सीनियर नेताओं से कहा है कि मैं पार्टी के कार्यक्रमों में हमेशा की तरह आगे उपस्थित रहूंगा। प्रचार सभाएं भी करूंगा पर एक्टिव संगठन की जिम्मेदारी से मेरा बोझ हल्का करें। इसके बाद ये विचार चल रहा कि शरद पवार पार्टी अध्यक्ष पद पर बने रहें।
कमेटी का कहना है कि शरद पवार की मदद के लिए पार्टी के संविधान में बदलाव कर एक्टिंग प्रेसिडेंट जैसा पद का निर्माण किया जाएगा। चूंकि पार्टी की राष्ट्रीय मान्यता चुनाव आयोग ने रद्द की है इसलिए राष्ट्रीय राजनीति पर जिसकी पकड़ हो और जो पार्टी को संगठन को राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ा सके, ऐसे चेहरे को ये जिम्मेदारी सौंपी जाए। जिसपर शरद पवार पार्टी के नेताओं की राय ले रहे हैं और चर्चा कर रहे हैं।
हालांकि कमिटी के मेंबर्स और सीनियर नेताओं का कहना है कि चर्चा-विमर्श के बाद शरद पवार ही वो नाम तय करें। ऐसे में जब पार्टी के संविधान में अमेंडमेंट कर नया पद निर्माण होगा उस के लिए प्रफ्फुल पटेल, सुप्रिया सुले, छगन भुजबल आदी नामों पर चर्चा हो रही है।
अजीत पवार महाराष्ट्र में नेता विपक्ष हैं, साथ ही राष्ट्रीय राजनीति से दूर हैं और महाराष्ट्र की राजनीति में ही सक्रिय हैं, इसलिए उनके नाम पर चर्चा है पर ज्यादा जोर नही। सूत्रों के मुताबिक शरद पवार का कहना है कि परिवार के सदस्यों के अलावा बाकी नाम पर भी चर्चा हो। कमिटी और सीनियर नेताओ से चर्चा के बाद पवार अंतिम निर्णय बताएंगे।
शरद पवार हुए नाराज
एनसीपी प्रमुख का पद छोड़ने के फैसले के बाद हो रहे विरोध प्रदर्शनों से नाराज 83 वर्षीय शरद पवार ने अपने वरिष्ठ नेताओं से बात की और कहा कि यदि वह जिद्दी हैं, तो मैं और भी अधिक अडिग हूं। उन्होंने आंदोलन, धरना-प्रदर्शन, अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल, राज्य भर के विभिन्न पदाधिकारियों के इस्तीफे, खून से पत्र लिखने वाले लोगों पर भी गुस्सा दिखाया।
शरद पवार के इस्तीफे के बाद चल रही सियासी हलचल पर अजीत पवार ने कहा कि पार्टी का काम हमेशा की तरह चलता रहेगा और किसी का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया जाएगा। शरद पवार और अन्य नेताओं ने वाईबी चव्हाण सभागार और राज्य के अन्य हिस्सों के पास बैठे अपने सभी पार्टी कार्यकतार्ओं से अपील की कि वे अपने सभी विरोध प्रदर्शनों को बंद कर दें और शांति से घर चले जाएं।
शरद पवार ने कहा-मैंने रिटायर होने का फैसला किया है
शरद पवार ने मंगलवार को एक समारोह के दौरान घोषणा की और कहा, ''मैंने आज एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से रिटायर होने का फैसला किया है। 1 मई 1960 से 1 मई 2023 तक के लंबे सार्वजनिक जीवन के बाद अब मेरा एक कदम पीछे हटना जरूरी है। यह नई पीढ़ी के लिए समय है कि वो पार्टी का मार्गदर्शन करे। उन्होंने कहा ''मैं सार्वजनिक जीवन से रिटायर नहीं हो रहा हूं। मेरी ओर से कोई अलगाव या सार्वजनिक रिटायरमेंट नहीं होगा। मैं आपके साथ था, हूं और मेरी आखिरी सांस तक हमेशा रहूंगा।''
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