महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव के बीच नवाब मलिक को लेकर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया। दरअसल, मुंबई में मंगलवार को अजित पवार के देवगिरी बंगले पर हुई बैठक में नवाब मलिक भी मौजूद थे। इसके बाद से सियासी गलियारों में ये चर्चा है कि नवाब मलिक अजित पवार का समर्थन कर सकते हैं। ऐसे में आइए जानते हैं कि विधान परिषद चुनाव में नवाब मलिक का एक वोट क्यों है कीमती?
महाराष्ट्र विधान परिषद की 11 सीटों पर 12 जुलाई को मतदान होने वाला है। मौजूदा समय में महाराष्ट्र विधानसभा का स्ट्रेंथ 274 है। विधान परिषद की एक सीट जीतने के लिए 23 वोट की जरूरत है। 11 सीटों के लिए 12 उम्मीदवार मैदान में हैं। चुनाव में महायुति के बीजेपी के 5, शिवसेना से 2 और एनसीपी से 2 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। वहीं, महा विकास अघाड़ी के तीन उम्मीदवार मैदान में हैं। शिवसेना (UBT) के 1, कांग्रेस से 1 और शेकाप से 1 उम्मीदवार है। शरद पवार की एनसीपी ने भारतीय शेतकरी कामगार पक्ष (PWP) के उम्मीदवार को समर्थन दिया है।
किसके पास कितनी ताकत?
- महायुति- 181
- महा विकास अघाड़ी- 64
- छोटे दल और निर्दलिय- 29
महायुति
- बीजेपी- 103, शिवसेना- 38, एनसीपी- 40
महा विकास अघाड़ी
- कांग्रेस- 37, शिवसेना (UBT)- 15 , एनसीपी (SP)- 12
विधान परिषद चुनाव में गुप्त मतदान होता है। 2022 में हुए विधान परिषद चुनाव में क्रॉस वोटिंग हुई थी, इसलिए लगभग सभी दलों को क्रॉस वोटिंग का खतरा सता रहा है। एनसीपी (AP) का एक उम्मीदवार चुनाव हार सकता है, इसलिए एक-एक वोट जुटाने की कोशिश अजित पवार कर रहे हैं।
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