महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर वाशिम सीट पर महाविकास अघाड़ी (MVA) की टेंशन बढ़ गई है। कट्टर शिवसैनिक व शिवसेना (UBT) के बागी उम्मीदवार राजा भैया पवार बीजेपी में शामिल हो गए। उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के हाथों रविवार को नागपुर में वह बीजेपी में शामिल हुए।
वाशिम सीट पर भरा था निर्दलीय पर्चा
वाशिम विधानसभा क्षेत्र में शिवसेना (UBT) ने डॉक्टर सिद्धार्थ देवले को अपना उम्मीदवार बनाया है। इसके विरोध में कट्टर शिवसैनिक राजा भैया पवार ने वाशिम सीट पर शिवसेना (UBT) से बगावत कर निर्दलीय पर्चा भर दिया था।
राजा भैया के हिस्से का वोट बैंक अब बीजेपी को
वहीं, रविवार को राजा भैया पवार ने चुनाव से पहले वाशिम सीट के सारे राजनीतिक समीकरण बिगाड़ दिए हैं। नागपुर में उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के हाथों राजा भैया बीजेपी में शामिल हो गए। इससे उनके समर्थकों का वोट अब बीजेपी में जा सकता है। राजा भैया पवार के पीछे बड़ा वोट बैंक होने के चलते उनके बीजेपी में शामिल होने से MVA की काफी टेंशन बढ़ गई है।
इस्तेमाल करके फेंक देना शिंदे की नीति
वहीं, दूसरी ओर शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पालघर के विधायक श्रीनिवास वंगा के साथ किए गए व्यवहार का हवाला देते हुए रविवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना पर इस्तेमाल करके फेंकने' की नीति अपनाने का आरोप लगाया।
श्रीनिवास वंगा को शिंदे गुट ने नहीं दिया टिकट
बीजेपी के पूर्व सांसद दिवंगत चिंतामन वंगा के बेटे श्रीनिवास वंगा को शिंदे गुट ने 20 नवंबर को होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए टिकट नहीं दिया। श्रीनिवास ने 2019 का चुनाव (अविभाजित) शिवसेना के टिकट पर जीता था और जून 2022 में पार्टी के विभाजन के बाद शिंदे गुट में शामिल हो गए थे।
वंगा परिवार को किया गया अपमान- उद्धव ठाकरे
उद्धव यहां बोईसर में महा विकास आघाडी (MVA) के उम्मीदवार विश्वास वाल्वी (बोईसर) और जयेंद्र डुबला (पालघर) के समर्थन में रैली को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, 'सत्तारूढ़ पार्टी की 'इस्तेमाल करके फेंकने' की नीति है। वंगा परिवार का अपमान किया गया है।'