महाराष्ट्र की 288 सीटों पर आज है वोटिंग, चाचा-भतीजे, उद्धव-शिंदे और बीजेपी के उम्मीदवारों के बीच कड़ी टक्कर
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार सुबह 7 बजे से वोट डाले जाएंगे। मतदान केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। महाराष्ट्र में कुल 4,136 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं।
महाराष्ट्र में बुधवार को विधानसभा चुनाव की 288 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। महाराष्ट्र में कई पार्टियों का चुनावी भविष्य दांव पर लगा हुआ है। महाराष्ट्र में बीजेपी और कांग्रेस के बीच 70 से अधिक सीटों पर सीधा मुकाबला है। सरकार बनाने के लिए बहुत कुछ इन सीटों के नतीजों पर निर्भर करेगा। विधानसभा चुनावों में मुंबई और उसके उपनगरों की 36 सीटों में मुकाबला काफी दिलचस्प है।
कुल 4,136 उम्मीदवार चुनावी मैदान में
बुधवार सुबह 7 बजे से वोटिंग शुरू हो जाएगी। शाम 6 बजे तक वोट डाले जाएंगे। महाराष्ट्र में कुल 4,136 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं, जिनमें 2,086 निर्दलीय उम्मीदवार हैं। बीजेपी 149 सीटों पर, शिवसेना 81 और एनसीपी 59 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव लड़ रही है।
राज्य में लगभग 9.70 करोड़ मतदाता
कांग्रेस ने 101 उम्मीदवार, शिवसेना (UBT) 95, और एनसीपी (SP) ने 86 उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं। बीएसपी 237 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। अन्य छोटे दल भी मैदान में हैं। राज्य में लगभग 9.70 करोड़ मतदाता हैं। मतदान केंद्रों पर 2 लाख से सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है।
इन नेताओं ने एड़ी-चोटी का जोर लगाया
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में एनसीपी (SP) सुप्रीमो शरद पवार, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार अपनी-अपनी पार्टियों के लिए लोगों का वोट हासिल करने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं।
शरद पवार और अजित पवार के पार्टी की सीधी टक्कर
शरद पवार ने लोकसभा चुनाव में अजित पवार को बड़ा झटका दिया था। अब देखना है कि इस बार विधानसभा चुनाव में शरद और अजित पवार में किसकी पार्टी के ज्यादा विधायक चुने जाते हैं। अजित पवार के गुट को निर्वाचन आयोग ने असल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के रूप में मान्यता दी है। शरद पवार को विधानसभा चुनावों में भी प्रतिद्वंद्वी गुट को पटखनी देने का भरोसा है, जबकि अजित पवार अच्छे प्रदर्शन के साथ वापसी की उम्मीद कर रहे हैं।
शिंदे Vs उद्धव गुट की शिवसेना
दूसरी ओर, शिवसेना के शिंदे और उद्धव गुटों की बात करें तो लोकसभा चुनाव में दोनों ने ठीक-ठाक प्रदर्शन किया था। ऐसे में जनता किसे पार्टी की विरासत का असल हकदार मानती है, इसका निर्धारण अब विधानसभा चुनाव के नतीजों से होने की उम्मीद है। चुनाव आयोग ने शिंदे गुट को असल शिवसेना के रूप में मान्यता दी है।
ये दो गठबंधन चुनावी मैदान में
महाराष्ट्र में शरद पवार की NCP (SP), उद्धव की शिवसेना (UBT) और कांग्रेस विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाडी (MVA) का हिस्सा हैं। वहीं, सत्तारूढ़ गठबंधन महायुति में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के अलावा शिंदे नीत शिवसेना और अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) शामिल हैं।
149 सीटों पर लड़ रही BJP
बीजेपी महाराष्ट्र की 149 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि शिवसेना ने 81 और एनसीपी ने 59 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। वहीं, कांग्रेस 101, शिवसेना (UBT) 95 और एनसीपी (SP) 86 सीटों पर किस्मत आजमा रही हैं।
मुंबई का बादशाह कौन?
शिवसेना के दोनों धड़े 50 सीटों पर आमने-सामने हैं। वहीं, एनसीपी के प्रतिद्वंद्वी गुटों ने 37 सीटों पर एक-दूसरे के खिलाफ उम्मीदवार उतारे हैं। शिवसेना के दोनों धड़ों के बीच की लड़ाई मुख्यत: ‘मुंबई का बादशाह कौन’ पर केंद्रित है।
पश्चिमी महाराष्ट्र में कांटे की टक्कर
दरअसल, देश की आर्थिक राजधानी में पहले अविभाजित शिवसेना का दबदबा था, लेकिन अब पार्टी के दोनों गुट वहां आमने-सामने हैं। वहीं, चाचा-भतीजे (शरद और अजित पवार) में पश्चिमी महाराष्ट्र में कांटे की टक्कर होने का अनुमान है, जिसे पवार परिवार का गढ़ माना जाता है।
शरद पवार चुनाव प्रचार में उतरे
शरद पवार ने अपनी चुनावी रैलियों में क्षेत्र के मतदाताओं से बागियों (अजित पवार और उनकी पार्टी के उम्मीदवारों) को हराने की अपील की है। वहीं, अजित पवार अपने चाचा के पक्ष में सहानुभूति की लहर पैदा होने के डर से उनके खिलाफ कठोर शब्दों का इस्तेमाल करने से बचते दिखे हैं।
लोकसभा चुनाव का रहा था ये परिणाम
लोकसभा चुनावों में एनसीपी (SP) ने 8 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि एनसीपी को महज एक सीट से संतोष करना पड़ा था। वहीं, शिवसेना (UBT) 9 सीटों पर विजयी रही थी, जबकि शिवसेना के खाते में 7 सीटें गई थीं।
पीटीआई के इनपुट के साथ