महाराष्ट्र में हिंसा: मालेगांव में 10 और नांदेड़ में 5 गिरफ्तार, अमरावती में आज बंद के दौरान पथराव
शुक्रवार को महाराष्ट्र के विभिन्न शहरों में जुमे की नमाज के बाद अचानक ही मुस्लिम समाज के हजारों लोग सड़कों पर जमा हो गए। उनके बीच ये फेक न्य़ूज फैलाई गई कि त्रिपुरा में मस्जिद को नुकसान हुआ है और फिर देखते ही देखते लोग बेकाबू हो गए।
मुंबई. महाराष्ट्र के 5 शहरों में हिंसा, आगजनी और तोड़फोड़ के बाद आज भी तनाव है। अब पुलिस दंगाइयों पर एक्शन ले रही है। पुलिस ने मालेगांव में हिंसा करने वाले 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा नांदेड़ में हिंसा और तोड़फोड़ के 5 आरोपी गिरफ्तार हो गए हैं। पुलिस ने अब तक 100 से ज्यादा लोगों पर FIR दर्ज की है। पुलिस CCTV फुटेज के आधार पर दंगाइयों की पहचान कर रही है।
शुक्रवार को नमाज के बाद नांदेड़, नाशिक, मालेगांव, अमरावती और वाशिम में दंगाइयों ने पुलिस पर पथराव और दुकानों-गाड़ियों में तोड़फोड़ की थी। महाराष्ट्र में ये बवाल त्रिपुरा में हिंसा के विरोध में हुआ लेकिन त्रिपुरा सरकार ने साफ किया है कि उनके वहां किसी मस्जिद को नुकसान नहीं पहुंचाया गया है। दरअसल शुक्रवार को महाराष्ट्र के विभिन्न शहरों में जुमे की नमाज के बाद अचानक ही मुस्लिम समाज के हजारों लोग सड़कों पर जमा हो गए। उनके बीच ये फेक न्य़ूज फैलाई गई कि त्रिपुरा में मस्जिद को नुकसान हुआ है और फिर देखते ही देखते लोग बेकाबू हो गए। पहले पुलिस ने पहले उन्हें समझाने की कोशिश की लेकिन जब ये नहीं मानें तो इनके खिलाफ एक्शन लिया।
अमरावती में भगवा संगठन के बंद के दौरान पथराव
महाराष्ट्र के अमरावती शहर में शनिवार को एक भगवा संगठन द्वारा आयोजित बंद के दौरान भीड़ ने विभिन्न स्थानों पर पथराव किया और दुकानों को क्षतिग्रस्त कर दिया, जिसके बाद पुलिस को प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज करना पड़ा। यह घटना त्रिपुरा की सांप्रदायिक हिंसा के विरोध में अमरावती शहर में शुक्रवार को मुस्लिम संगठनों द्वारा आयोजित रैलियों के दौरान हुई पथराव की घटनाओं के खिलाफ एक भगवा संगठन के बंद के दौरान हुई।
राज्य की राजधानी से लगभग 670 किलोमीटर दूर स्थित पूर्वी महाराष्ट्र के इस शहर के राजकमल चौक इलाके में सैकड़ों लोग नारे लगाते हुए सड़कों पर निकल आए। इनमें से कई के हाथों में भगवा झंडे थे। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि भीड़ के कुछ सदस्यों ने राजकमल चौक इलाके तथा कुछ अन्य जगहों पर दुकानों पर पथराव किया और उन्हें क्षतिग्रस्त कर दिया।
उन्होंने कहा कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया। शुक्रवार को अधिकारियों ने बताया था कि आठ हजार से अधिक लोग अमरावती जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर एक ज्ञापन सौंपने के लिए जमा हुए थे, जिसमें अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ अत्याचार को रोकने की मांग की गई थी। जब लोग ज्ञापन सौंपकर निकल रहे थे तो कोतवाली थाना क्षेत्र के चित्रा चौक और कॉटन बाजार के बीच तीन स्थानों पर पथराव हुआ। कोतवाली पुलिस ने अब तक दंगा समेत विभिन्न आरोपों में 11 प्राथमिकी दर्ज की है। एक अधिकारी ने बताया कि दस लोगों को गिरफ्तार किया गया है।