वक्फ बोर्ड को 10 करोड़ अनुदान देने पर सरकार से नाराज हुआ VHP, बोली- नहीं चलेगी ये तुष्टिकरण नीति
महाराष्ट्र गोवा विश्व हिंदू परिषद क्षेत्र प्रमुख गोविंद शेंडे ने कहा विश्व हिंदू परिषद महाराष्ट्र सरकार के कार्य पद्धति से नाराज है। महाराष्ट्र सरकार तुष्टिकरण नीति के तहत कार्य कर रही है।
आरएसएस के सहयोगी संगठन विश्व हिंदू परिषद इन दिनों महाराष्ट्र सरकार के कार्य पद्धति को लेकर काफी नाराज हो गया है। विश्व हिंदू परिषद ने बताया कि वह महाराष्ट्र सरकार द्वारा लिए गए उस निर्णय का विरोध कर रहा है, जिसमें राज्य सरकार ने वक्फ बोर्ड को 10 करोड़ रुपए की अनुदान देने का निर्णय लिया है। विश्व हिंदू परिषद ने कहा कि सरकार ने 10 करोड़ की घोषणा ही नहीं की, बल्कि तत्काल 10 में से 2 करोड़ रुपए आवंटित भी कर दिए।
'वक्फ बोर्ड की दोनों जेब पैसों से भरी'
विश्व हिंदू परिषद के महाराष्ट्र गोवा के क्षेत्र प्रमुख गोविंद शेंडे ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि वक्फ बोर्ड की दोनों जेब पैसों से भरी हुई है। उसके बावजूद उन्हें 10 करोड़ रुपये देना यह गैर संगत लग रहा है। महाराष्ट्र सरकार अपनी मंशा स्पष्ट करें कि उन्होंने यह निधि वक्फ बोर्ड को क्यों मुहैया कराई। गोविंद शेंडे ने आगे कहा कि बहुत दिनों से विश्व हिंदू परिषद की मांग है कि वक्फ बोर्ड जैसी संस्था की इस देश में कोई जरूरत ही नहीं है, इस संस्था को बर्खास्त कर देना चाहिए।
निर्णय को जल्द से जल्द वापस ले सरकार
शेंडे ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार को वक्फ बोर्ड को 10 करोड़ रुपए दान देने की क्या आवश्यकता पड़ गई? सरकार ने किस तुष्टिकरण की नीति के तहत यह कार्य किया है? इसको हिंदू समाज कैसे सहन करेगा, इसकी प्रतिक्रिया होनी ही है और वह हो रही है। सरकार से आग्रह है इस निर्णय को जल्द से जल्द वापस ले। सरकार एक तरफ सरकार हिंदू मंदिरों पर सरकारी नियंत्रण रखती है और दूसरी तरफ वक्फ बोर्ड जैसी संस्था को करोड़ों रुपये दान देती है।
तुरंत जारी किए 2 करोड़
विश्व हिंदू परिषद क्षेत्र प्रमुख ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए हुए कहा कि घोषणा के बाद कई दिनों तक अन्य संस्थाएं चक्कर काटती रहती है, उन्हें जल्दी पैसा नहीं मिलता और यहां पर वक्फ बोर्ड को पैसे की घोषणा करते ही तुरंत 2 करोड़ उन्हें दे भी दिया। इस तरीके का विरोध है, उन्हें पैसे देने के लिए जरूरत नहीं थी। महाराष्ट्र सरकार का यह तुष्टीकरण ही है और वह तुष्टिकरण क्यों कर रही है, क्या जरूरत पड़ गई? विश्व हिंदू परिषद इसी तुष्टिकरण का विरोध कर रहा है। पैसों का अनुदान देना भी तुष्टीकरण ही है, जो महाराष्ट्र सरकार ने किया है, सरकार की मंशा कुछ और दिख रही है, समाज इससे खुश नहीं है।
इसे लेकर राज्यपाल से मिलेंगे
विश्व हिंदू परिषद ने आगे कहा कि वह राज्यपाल से मिलकर जल्द ही अपनी भूमिका इस विषय पर स्पष्ट करने वाला है। विश्व हिंदू परिषद ने भारत सरकार के गृह मंत्रालय से कहा है कि अमरनाथ की यात्रा शुरू हो रही है। भक्तों पर किसी प्रकार का आतंकवादी हमला न हो, यह सरकार सुनिश्चित करें। यह उसकी जवाबदेही भी है। भक्त निहत्था होता है और वह भक्ति भाव से जाता है, उसके ऊपर किसी प्रकार का आतंकवादी हमला नहीं होना चाहिए।
ये भी पढ़ें:
अजित पवार की मुश्किलें बढ़ा सकता है अन्ना हजारे का यह फैसला, माणिकराव जाधव के वकील भी बने परेशानी'
अल्पसंख्यकों के वोट की बदलौत जीती उद्धव की पार्टी', फडणवीस का चौंकाने वाला दावा