मुंबई से जल्दी ही दो वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन शुरु होने वाली हैं। इनमें से एक के शुक्रवार सुबह तक यहां पहुंच जाने की संभावना है, जबकि दूसरी ट्रेन को 6 फरवरी को लाने की उम्मीद है। रेलवे अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 फरवरी को मुंबई-सोलापुर और मुंबई-शिर्डी मार्ग पर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की शुरुआत कर सकते हैं। दोनों ट्रेन का निर्माण चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में किया गया है।
एक वंदे भारत ट्रेन आज सुबह पुणे यार्ड पहुंची
रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ''एक वंदे भारत ट्रेन आज सुबह पुणे यार्ड पहुंच गई और इसके आज रात या कल सुबह तक मुंबई पहुंचने की उम्मीद है।" उन्होंने कहा, "इसी तरह की दूसरी ट्रेन 6 फरवरी को यहां लाए जाने की उम्मीद है।" मुंबई और सोलापुर के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस के भोर घाट (पुणे के रास्ते में कर्जत और खंडाला के बीच) के रास्ते चलने की संभावना है और यह ट्रेन दोनों स्थानों के बीच लगभग 455 किमी की दूरी 6.35 घंटे में तय करेगी।
सबसे कठिन रेलवे घाट खंड में से एक
मुंबई-शिर्डी सेमी हाई-स्पीड ट्रेन के थाल घाट (मुंबई के बाहरी इलाके में कसारा में) के रास्ते चलने और लगभग 340 की दूरी 5.25 घंटे में तय करने की उम्मीद है। भोर और थाल घाट सबसे कठिन रेलवे घाट खंड में से हैं, इसलिए अभी इन घाटों से गुजरने वाली सभी ट्रेनों को मुंबई की ओर से अतिरिक्त लोकोमोटिव द्वारा खींचा जाता है। उच्च ढाल वाले क्षेत्रों में ट्रेनों को पीछे से धकेलने के लिए अतिरिक्त लोकोमोटिव का उपयोग किया जाता है। इस अतिरिक्त लोकोमोटिव को बैंकर भी कहा जाता है।
एक अधिकारी ने बताया कि ट्रेन में बैंकर को जोड़ने और अलग करने की प्रक्रिया में कुछ मिनट लग जाता है, जिससे यात्रा का कुल समय बढ़ जाता है। हालांकि, यात्रा के समय में कटौती के लिए अधिकारियों ने इन सेमी हाई-स्पीड ट्रेन को बिना बैंकर की मदद के चलाने का फैसला किया है। उन्होंने बताया कि घाट खंड में बैंकर की कमी को दूर करने के लिए दोनों वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में पार्किंग ब्रेक लगाए जाएंगे। ऐसे ब्रेक से ढलान पर ट्रेन को आगे लुढ़कने से रोका जा सकता है।
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