उद्धव ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत के एक बयान पर महाराष्ट्र की विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ। इस मामले में बीजेपी विधायक अतुल भातखलकर, शिवसेना के मुख्य व्हिप भरत गोगावले ने कहा कि मामले को प्रिविलेज कमिटी के पास भेजकर जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग की। संजय राउत के बयान के बाद से विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ और उनपर कार्रवाई की मांग करते हुए सत्तापक्ष के विधायकों ने जमकर नारेबाजी की। दरअसल, शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने सत्तारूढ़ शिवसेना को फर्जी और चोर मंडली करार दिया। उनके इसी बयान पर आज महाराष्ट्र विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ।
विधानसभा अध्यक्ष ने मांगी जांच रिपोर्ट
इसपर विधानसभा अध्यक्ष ने दो दिन में जांच कर रिपोर्ट मांगी है। अध्यक्ष की इस कार्रवाई से नाखुश शिवसेना (शिंदे गुट) के विधायकों ने जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग की। विधानसभा में इस मुद्दे पर जमकर नारेबाजी हुई। विधानसभा की कार्रवाही 4 बार स्थगित की गई और आखिरकार पूरे दिन के लिये स्थगित की गई। यह मुद्दा विधान परिषद में भी गुंजा और विधान परिषद की कार्रवाही भी दिन भर के लिए स्थगित की गई।
"राउत ने आदित्य और उद्धव को भी चोर कहा"
वहीं इस मामले पर शिवसेना विधायक संजय शिरसाट ने कहा कि संजय राउत को वोट देकर राज्यसभा भेजना ही हमारी गलती थी। हम उन्हें वोट नहीं करना चाहते थे लेकिन एकनाथ शिन्दे साहब के कहने पर उन्हें वोट दिया और वो राज्यसभा गए। ये हमारी गलती है। उन्होंने सिर्फ हमे चोर नहीं कहा, आदित्य और उद्धव को भी चोर कहा है। अब आदित्य और उद्धव बताएं इस पर वे क्या एक्शन लेंगे?" संजय राउत के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाया गया है। अब विधानसभा अध्यक्ष इस पर निर्णय लेंगे।
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