अमरावती के उमेश कोल्हे मर्डर केस में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) अब सातों आरोपियों से सीन रिक्रिएट कराएगी। दरअसल, बीते दिनों हीं अमरावती की अदालत ने सातों आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर एनआईए को सौंपा था। जांच के बाद एजेंसी सातो आरोपियों को 8 जुलाई को मुंबई कोर्ट में भी पेश कर सकती है। हालांकि, अभी भी एक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
इस केस में पुलिस ने मुख्य आरोपी शेख रहीम शेख इरफान के साथ-साथ 22 साल के मुदस्सिर अहमद, 22 साल के शोएब खान और आतिब रशीद, 24 साल के अब्दुल तौफिक, 25 साल के शाहरुख पठान और 32 साल के युसूफ खान को गिरफ्तार किया है। केमिस्ट उमेश कोल्हे की हत्या 21 जून को सिर्फ इसलिए कर दी गई थी क्योंकि उन्होंने नुपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था।
दोस्त ने रची थी साजिश
इस दुनिया में सबसे पवित्र रिश्ता दोस्ती को मानते हैं, लेकिन उमेश कोल्हे की हत्या के मामले ने इस दोस्ती शब्द को भी कलंकित किया है। दरअसल, उमेश कोल्हे की हत्या की साजिश में उनके वेटनरी डॉक्टर और दोस्त यूसुफ खान का भी हाथ है। यूसुफ खान सभी आरोपियों में सबसे उम्रदराज है। पुलिस के मुताबिक यूसुफ ने ही वह पोस्ट अपने साथियों के पास शेयर की थी जिसकी वजह से उमेश कोल्हे की हत्या हुई। उमेश कोल्हे ने नुपुर शर्मा के समर्थन वाला मैसेज जिस व्हाट्सएप ग्रुप में शेयर किया था उसका एडमिन यूसुफ खान था।
पुलिस पर भी उठे सवाल
अमरावती हत्याकांड में पुलिस भी सवालों के घेरे में है। पुलिस पर आरोप लग रहे हैं कि उसने जानबूझ कर हेट क्राइम से संबंधित हत्या के मामले को लूटपाट से जोड़ कर बताया। यहां तक कि पुलिस ने इस केस में नुपुर शर्मा के समर्थन वाले एंगल को भी छिपाया, जबकि महाराष्ट्र एटीएस आतंकी एंगल पर पहले से ही जांच कर रही थी।
चाकू से हुई थी हत्या
उमेश कोल्हे की हत्या का सीसीटीवी फुटेज सामने आ गया है। इसमें साफ-साफ 2 हमलावर बाइक से आते दिख रहे हैं। 21 जून की रात जब उमेश कोल्हे अपनी दवाई की दुकान बंद करके घर जा रहा था, तभी इन आरोपियों ने उस पर चाकू से हमला कर दिया जिसमें उमेश की मौत हो गई।