उद्धव ठाकरे का तंज, महायुति को बताया लीकेज सरकार, अयोध्या, नीट मामले पर जमकर बरसे
उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को केंद्र और सत्तारूढ़ महायुति सरकार पर निशाना साधा। उद्धव ठाकरे ने केंद्र सरकार को लीकेज की सरकार बताया। दरअसल उन्होंने नीट और अयोध्या में जलभराव को लेकर सरकार पर निशाना साधा।
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बृहस्पतिवार को महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र और सत्तारूढ़ महायुति सरकार पर निशाना साधते हुए नीट परीक्षा में कथित अनियमितताओं तथा अयोध्या में राम मंदिर में पानी के रिसाव की खबरों के संदर्भ में दोनों को ‘‘लीकेज गवर्नमेंट’’ बताया। ठाकरे ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में बृहस्पतिवार को शुरू हुए राज्य विधानसभा के मानसून सत्र को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली सरकार का ‘‘विदाई’’ सत्र भी बताया। उन्होंने मांग की कि इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कृषि कर्ज माफ किया जाए। इससे पहले, महा विकास आघाडी (एमवीए) के विधायकों ने विधानसभा परिसर में नीट परीक्षा को लेकर सरकार के खिलाफ नारे लगाए। एमवीए में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे), कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) शामिल हैं।
उद्धव ठाकरे ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना
ठाकरे ने केंद्र तथा राज्य सरकार पर निशाना साधने के लिए नीट और राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास के अयोध्या मंदिर में पानी के रिसाव के संबंध में हालिया बयान को लेकर पैदा विवाद का मुद्दा उठाया। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘केंद्र और राज्य सरकार लीकेज सरकारें हैं। परीक्षा का प्रश्नपत्र (नीट) लीक हुआ और राम मंदिर के गर्भगृह में पानी का रिसाव हुआ। उन्हें कोई शर्म नहीं आती।’’ पूर्व मुख्यमंत्री ने विधानसभा चुनाव से पहले कृषि कर्ज माफ करने की भी मांग की। उन्होंने कहा, ‘‘कृषि कर्ज तुरंत पूरी तरह माफ कर इसे राज्य में चुनाव से पहले लागू किया जाना चाहिए।’’ ठाकरे ने आरोप लगाया कि राज्य में पिछले दो वर्ष में 6,250 किसानों की मौत हुई है। उन्होंने कहा कि एक जनवरी से अब तक 1,046 किसान आत्महत्या कर चुके हैं। उन्होंने यह भी कहा कि किसानों के लिए घोषित 10,020 करोड़ रुपये की सहायता अभी तक जारी नहीं की गयी है। शिवसेना (यूबीटी) नेता ने भाजपा नीत केंद्र सरकार पर देश में जल संकट को लेकर उदासीन होने का आरोप लगाया।
उद्धव बोले- सरकार को वादों पर लाना चाहिए श्वेत पत्र
शुक्रवार को पेश किए जाने वाले राज्य के बजट के मद्देनजर ठाकरे ने कहा कि बजट में ‘‘आश्वासनों की झड़ी’’ लगायी जाएगी लेकिन सरकार को उन वादों पर भी श्वेत पत्र लाना चाहिए जो उसने पिछले दो साल में पूरे किए हैं। मध्य प्रदेश की ‘लाडली बहना’ योजना की तर्ज पर राज्य में भी महिलाओं के लिए एक योजना शुरू किए जाने की खबरों पर ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र में बढ़ती बेरोजगारी के मद्देनजर पुरुषों के लिए भी ऐसी ही पहल की जानी चाहिए। उन्होंने मराठी भाषी लोगों के लिए मुंबई में नयी आवासीय परियोजनाओं में 50 फीसदी मकान आरक्षित करने की पार्टी के विधान परिषद सदस्य अनिल परब की मांग का भी समर्थन किया। उन्होंने राज्य विधानसभा की इमारत की एक लिफ्ट में उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात को ‘‘महज संयोग’’ बताया। इस मुलाकात की सोशल मीडिया पर काफी चर्चा हो रही है। ठाकरे ने कहा कि यह ‘‘एक अनौपचारिक मुलाकात’’ थी। हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव में शिवसेना (यूबीटी) तथा उसके सहयोगी कांग्रेस तथा राकांपा (एसपी) ने राज्य में 48 में से 30 सीटें जीती हैं। इससे विधानसभा चुनाव के मद्देनजर एक नए राजनीतिक गठबंधन को लेकर अटकलें तेज हो गयी हैं।