मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कोविड-19 संकट को देखते हुए राज्य में नए उद्योगों को विकेंद्रित करने की जरूरत बतायी। मुंबई-नागपुर समृद्धि गलियारा पर मंगलवार को समीक्षा बैठक में ठाकरे ने कहा कि गलियारे के साथ-साथ उद्योगों के लिए अलग-अलग क्षेत्र बनाए जाने चाहिए। इसमें स्थापित होने वाली इकाइयों को जरूरत की सारी सुविधाएं उपलब्ध करायी जानी चाहिए।
समृद्धि गलियारा मुंबई और नागपुर के बीच बनने जा रहा 701 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे है। यह दोनों शहरों के बीच यात्रा का समय कम करेगा। ठाकरे ने कहा कि कोरोना वायरस संकट के दौरान यह बात सामने आयी है कि औद्योगिक क्षेत्रों में जनसंख्या का घनत्व अधिक है। इसलिए इन क्षेत्रों में लॉकडाउन करना पड़ा।
उन्होंन कहा कि समृद्धि गलियारे के साथ-साथ अलग-अलग उद्योग क्षेत्र बनाने की जरूरत है। जहां इकाइयों को सारी सुविधाएं मिलें। ठाकरे ने अधिकारियों को एक्सप्रेसवे के साथ-साथ विभिन्न स्थानों पर आकस्मिक चिकित्सा केंद्र (ट्रॉमा सेंटर) विकसित करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने राज्य के 24 जिलों को जोड़ने वाली इस योजना को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए।