देश के पहले ओपन कोविड अस्पताल का उद्धव ठाकरे ने किया उद्घाटन, 2000 बेड की सुविधा
मुंबई में लगातार कोरोना मरीजों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। हर रोज डेढ़ हजार से ज्यादा नए मरीज सामने आ रहे है। हर रोज मुम्बई में तकरीबन 80 मरीज मर रहे है।
मुंबई: मुंबई में लगातार कोरोना मरीजों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। हर रोज डेढ़ हजार से ज्यादा नए मरीज सामने आ रहे है। हर रोज मुम्बई में तकरीबन 80 मरीज मर रहे है। ऐसे में मुम्बई के सभी बीएमसी और निजी कोविड अस्पतालों में आईसीयू बेड और वेंटिलेटर की भारी कमी होती जा रही है। हालात ये है कि मुम्बई के 122 कोविड अस्पतालों में फिलहाल सिर्फ 1आईसीयू बचा है और सिर 11 वेंटीलेटर। ऐसे में मुम्बई के बीकेसी ग्राउंड पर एमएमआरडीए ने 2000 बेड के दूसरे फेज को आज बीएमसी को हैंडओवर कर दिया।
यह पहला ऐसा ओपन कोविड अस्पताल है जो मुम्बई में लगातार तेजी से बढ़ रहे कोरोना ऑक्सीजन बेड और आईसीयू बेड की डिमांड को कुछ हद तक पूरा कर पाने में बड़ा योगदान देगा। इस कोरोना अस्पताल को ओपन ग्राउंड में इसे बनाया गया है लेकिन इसके अंदर जो सुविधाएं, मशीनें और तकनीक है वो निजी अस्पतालों की तर्ज पर ही बनाई गई है। इस अस्पताल को 2 फेज में तैयार किया गया है जिसका पहला फेज मई महीने में शुरु कर दिया गया, जो सेमी क्रिटिकल कोविड मरीजों के लिए है। लेकिन आज जो दूसरा फेज बनाया गया वो क्रिटिकल क्रोनिक मरीजों जैसे किडनी, लिवर, डायबिटीज, फेफड़ों का संक्रमण, केंसर मरीज जिन्हें कोरोना हो गया हो ऐसे मरीजों की लिए बनाया गया है।
एमएमआरडीए चीफ ए राजीव ने बताया कि इस ओपन कोविड अस्पताल के दूसरे फेज यानी क्रिटिकल कोविड मरीज फेज को भी तीन भागों में बांटा गया है। पहला 1000 बेड का जनरल अस्पताल जिसमें कोरोना पॉइटिव मरीजो को तुरन्त भर्ती करवा कर उनका इलाज करवाया जाएगा। दूसरा डायलिसिस बेड जिनकी संख्या 30 है और जिसमें कोरोना के साथ डायलेसिस की समस्या से जूझ रहे मरीजों को भर्ती किया जाएगा और तीसरा आईसीयू बेड जिसमें बेहद क्रिटिकल कोविड मरीजों को भर्ती किया जाएगा।
जनरल जो 1000 बेड के वार्ड है उसमें 508 बेड पर ऑक्सीजन की भी सुविधा है। फेज 2 में और फेज 1 में भी 500 बेड के ऑक्सीजन की व्यवस्था रखी गई है। यानी दोनों फेज के कुल 2 हजार बेड में से 1 हजार बेड पर कोरोना मरीजों के लिए ऑक्सीजन उपलब्ध रहेगी। मुंबई में बढ़ते संक्रमण के कारण कोविड के लिए डेडिकेटेड कुल 122 असपतालों में कुल 1200 आईसीयू में से सिर्फ 1 आईसीयू बचा है 16 जून तक और 1000 वेंटिलेटर में सिर्फ 11 बचे है। ऐसे में बीएमसी भी इस ओपन कोविड अस्पताल को मुम्बई की डेढ़ करोड़ की जनता के लिए वरदान मान रही है और ऐसे 5 हजार ओपन बेड और बनाये जाने की बात कर रही है।