महाराष्ट्र के कई शहरों में तनाव के बीच जलगांव जिले से भी हिंसा सामने आई है। जिले के अमलनेर कस्बे में दो गुटों के बीच पथराव की घटना हुई। दरअसल, मामूली बात को लेकर दो से तीन युवकों के बीच कहासुनी बाद में हाथापाई में बदल गई और विवाद की वजह से दो गुटों के बीच पथराव हो गया। इसमें कुछ वाहन क्षतिग्रस्त हो गए और 3 पुलिसकर्मी और 3 से 4 लोग भी घायल हो गए। इस घटना के बाद इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है और तनावपूर्ण शांति देखी जा रही है।
दोनों गुटों के पूजा स्थलों पर पथराव
जलगांव के एसपी एम. राजकुमार ने बताया कि जलगांव जिले के अमलनेर में दो गुटों के मामूली विवाद को लेकर हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने 50 से 60 लोगों को हिरासत में लिया है। अमलनेर शहरों में फिलहाल भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। जलगांव पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि किसी भी तरह की फेक न्यूज पर विश्वास न करें। वर्तमान में अमलनेर शहरों में तनावपूर्ण शांति है और प्रांतीय मजिस्ट्रेट द्वारा दिए गए आदेश के अनुसार अमलनेर में 48 घंटे के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है। रात में दो गुटों ने हंगामा किया, पथराव किया और तोड़फोड़ की। दोनों गुटों के पूजा स्थलों पर पथराव किया गया। कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। सहायक पुलिस निरीक्षक राकेश सिंह परदेशी पर तलवार से हमला किया गया, गनीमत रही कि वह बाल-बाल बच गए।
अभी तक 100 लोगों के ऊपर मामला
जलगांव के एडिशनल एसपी रमेश चोपड़े ने बताया कि अमलनेर शहर में हुई घटना में अभी तक 100 लोगों के ऊपर मामला दर्ज किया है। अभी तक कुल 31 लोगों की गिरफ्तारी की गई है और आगे की गिरफ्तारियां चल रही हैं। जिनकी सीसीटीवी के जरिए शिनाख्त की गई है उनकी जांच चल रही है, उन्हें ढूंढा जा रहा है, कुछ टीम हमने बनाई है, उन टीम के माध्यम से जल्द से जल्द बाकी के लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा।
कोल्हापुर और अहमदनगर में हिंसा
इससे पहले महाराष्ट्र में औरंगजेब को लेकर दो जिलों में तनाव देखा गया। पहली घटना कोल्हापुर में हुई, जहां मंगलवार को कुछ युवकों ने सोशल मीडिया पर औरंगजेब के समर्थन में पोस्ट किया था। इसके खिलाफ बुधवार को बुलाए गए विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों की पुलिस से झड़प हो गई। इससे पहले मंगलवार को अहमदनगर में पत्थरबाजी की घटना सामने आई थी। यहां औरंगजेब के समर्थन में हुई एक रैली के विरोध में प्रदर्शन आयोजित किया गया था। प्रदर्शन के हिंसक होने के बाद पूरे इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया।