राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का तृतीय शिक्षा वर्ग शुक्रवार से नागपुर में शुरू हो रहा है, जिसका समापन 10 जून को होगा। नागपुर के रेशम बाग स्थित डॉ. हेडगेवार स्मृति मंदिर में शिक्षा वर्ग प्रातः 9 बजे से शुरू होगा, इसके शिक्षा वर्ग का नाम बदलकर कार्यकर्ता विकास वर्ग द्वितीय रखा गया है। प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले इस अखिल भारतीय स्तर के वर्ग में देश भर के स्वयंसेवक प्रशिक्षण प्राप्त कर अंतिम प्रशिक्षण वर्ग के लिए नागपुर आते हैं।
बौद्धिक और योग पर अधिक जोर
वर्ग में संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी के अलावा विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों का मार्गदर्शन व्याख्यान होता है। आरएसएस (RSS) ने इस साल से अपने आंतरिक प्रशिक्षण प्रणाली में बदलाव किया है। व्यावहारिक प्रशिक्षण के साथ-साथ RSS अपने स्वयंसेवकों को फील्ड ट्रेनिंग भी देगा। प्रशिक्षण में बौद्धिक, योग पर अधिक जोर दिया जाता है। स्वयंसेवकों को समाज सक्षम तैयार करने का पाठ पढ़ाया जाता है। आरएसएस मुख्य तीन मंत्रों पर काम करता है- राष्ट्रभक्ति, समाज संगठन, समर्पण, यह संघ के मूल मंत्र हैं।
तृतीय शिक्षा वर्ग नागपुर में होता है
प्राथमिक शिक्षा वर्ग विविध प्रांतों में होता है, लेकिन तृतीय शिक्षा वर्ग नागपुर में ही होता है। इसे देशभर से जिले स्तर पर चुने हुए कार्यकर्ता प्रशिक्षण के लिए आते हैं। प्रशिक्षण के बाद स्वयं सेवक संघ कार्यकर्ता के तौर पर तैयार हो जाते हैं। बाद में उसे विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने का दायित्व दिया जाता है। प्रशिक्षण वर्ग में स्वयंसेवकों को मानसिक, बौद्धिक हर तरीके का प्रशिक्षण दिया जाता है।
नए पाठ्यक्रम तैयार किए गए हैं
संघ संगठन और कार्यों में विविध तरह से बदलाव कर रहा है। शिक्षण कार्य में संघ ने काफी बदलाव किया है। नए पाठ्यक्रम तैयार किए गए हैं। स्वयंसेवकों को सामान्य शिक्षा के साथ जिस क्षेत्र में काम करने की रुचि होगी उस क्षेत्र में विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। संघ शिक्षा वर्ग की अवधि भी कम की गई है। पहले संघ का प्रथम वर्ग 20 दिन का होता था, अब 15 दिन का होता है। तृतीय वर्ष का 25 दिन का होगा। तृतीय वर्ष प्रशिक्षण वर्ग के पहले प्रथम, द्वीतीय और तृतीय वर्ग चलता है। प्रथम वर्ग प्रांत स्तरीय, द्वितीय क्षेत्र स्तरीय, तृतीय वर्ग राष्ट्रीय स्तर का होता है।
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