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Hindi News महाराष्ट्र 'टाइगर अभी जिंदा है...' अजित पवार के तीखे बयान पर शरद के वफादार अनिल देशमुख ने दिया जवाब

'टाइगर अभी जिंदा है...' अजित पवार के तीखे बयान पर शरद के वफादार अनिल देशमुख ने दिया जवाब

महाराष्ट्र में बुधवार को दिनभर चले एनसीपी के सियासी ड्रामे के बाद शरद पवार के चहेते अनिल देशमुख ने अजित पवार को करारा जवाब दिया है। अजित ने शरद के रिटायरमेंट की बात कही तो देशमुख ने कहा-टाइगर अभी जिंदा है।

anil deshmukh replied ajit pawar- India TV Hindi Image Source : ANI अनिल देशमुख ने अजित पवार को दिया जवाब

महाराष्ट्र: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता और एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार के वफादार अनिल देशमुख ने बुधवार को पवार को "शेर" कहा और कहा, "82 वर्षीय शेर अभी भी जिंदा है।" देशमुख की यह टिप्पणी महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजीत पवार के अपने चाचा और एनसीपी सुप्रीमो की उम्र पर किए गए उस तंज के जवाब में आई है जिसमें उन्होंने उनसे रिटायर होने के लिए कहा था। इसपर अनिल देशमुख ने कहा, ''82 साल का शेर अभी भी जिंदा है।''

अजीत पवार ने लगाए शरद पर आरोप

इससे पहले, शरद पवार पर कटाक्ष करते हुए, डिप्टी सीएम बने अजीत पवार ने उनसे पद छोड़ने और नई पीढ़ी को मौका देने का आग्रह करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता भी 75 साल की उम्र में सेवानिवृत्त हो जाते हैं। जूनियर पवार ने ये भी कहा कि वर्ष 2014 में अधिकांश विधायकों का समर्थन होने के बावजूद एनसीपी के लिए 82 वर्षीय शरद पवार की वजह से वे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनाने का मौका खो बैठे थे।

नई पीढ़ी को मौका मिलना चाहिए

अजित ने शरद पर आरोप लगाया कि "आपने मुझे सबके सामने एक खलनायक के रूप में चित्रित किया। मेरे मन में अब भी उनके (शरद पवार) लिए गहरा सम्मान है...लेकिन आप मुझे बताएं, आईएएस अधिकारी 60 साल की उम्र में सेवानिवृत्त होते हैं...यहां तक ​​कि राजनीति में भी - भाजपा नेता 75 साल की उम्र में सेवानिवृत्त होते हैं। आप लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी का उदाहरण देख सकते हैं... इससे नई पीढ़ी को आगे बढ़ने का मौका मिलता है...''

"आप (शरद पवार) हमें अपना आशीर्वाद दें... दूसरे दिन, वह वाईबी चव्हाण स्मारक गए... मैं भी वहां गया हूं... लेकिन आप 83 वर्ष के हैं, क्या आप रुकने वाले नहीं हैं?... हमें अपना आशीर्वाद दें और हम प्रार्थना करेंगे कि आप लंबी उम्र जिएं।'' 

इस साल मई में शरद पवार ने घोषणा की थी कि वह राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद छोड़ देंगे, लेकिन बाद में विरोध के बाद उन्होंने अपना फैसला वापस ले लिया। इसके अलावा, 2004 के विधान सभा चुनावों में, एनसीपी को 71 सीटें मिली थीं, जबकि कांग्रेस को 69 सीटें मिली थीं।

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