Terror Funding Case: महाराष्ट्र के आतंक-रोधी दस्ते (ATS) ने कथित टेरर फंडिंग मामले में भगोड़े कुख्यात अपराधी दाऊद इब्राहिम के सहयोगी को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी। एटीएस द्वारा दर्ज प्राथमिकी में अनीस इब्राहिम का भी नाम शामिल है जो दाऊद का छोटा भाई और भगोड़ा अपराधी है। अधिकारी ने बताया कि एटीएस की कालाचौकी इकाई के अधिकारियों ने बुधवार को परवेज जुबैर मेमन (47) को उसके वर्सोवा इलाके स्थित घर से गिरफ्तार किया।
स्मगलिंग से कमाकर आतंकी संगठनों को भेजते थे पैसा
अधिकारियों ने बताया कि दाऊद के भाई अनीस के साथ ही मेमन भी ‘‘राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों’’ में शामिल था। उन्होंने कहा कि मंगलवार को अनीस इब्राहिम और अन्य के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 121(ए) (भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ना) और गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम की धारा 17,18 के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी। अधिकारी ने कहा कि जांच के दौरान मामले में मेमन की संलिप्तता सामने आई। उन्होंने कहा कि मेमन ने पूछताछ के दौरान खुलासा किया कि वह एमडीएमए, केटामाइन जैसे मादक पदार्थों की तस्करी में शामिल था। एटीएस अधिकारी ने कहा कि ड्रग्स की तस्करी और अन्य अवैध कामों से कमाए पैसे को आतंकवादी गतिविधियों के लिए प्रतिबंधित संगठनों को भेजा जाता था।
टेरर फंडिंग में जम्मू-कश्मीर से हुआ था एक और गिरफ्तार
गौरतलब है कि पिछले महीने ही महाराष्ट्र के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने एक आतंकी संगठन के लिए गुर्गों की भर्ती करने और उसे फंड मुहैया कराने के मामले में जम्मू-कश्मीर से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था। एटीएस के एक अधिकारी ने बताया था कि महाराष्ट्र एटीएस ने इस साल मई से अब तक चार लोगों को आतंकवाद वित्त पोषण और गुर्गों की भर्ती के मामले में गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि उन्होंने जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले से 32 साल के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है और उसे एक अदालत में पेश किया जाएगा। अधिकारियों के अनुसार, जुनैद को आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के लिए गुर्गों की भर्ती में कथित भूमिका के लिए गिरफ्तार किया गया था।