महाराष्ट्र से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। यहां आदित्य ठाकरे के करीबी सूरज चव्हाण को ED ने किया गिरफ्तार किया है। सूरज चव्हाण को ईडी ने बीएमसी खिचड़ी कोविड घोटाला मामले में गिरफ्तार किया है। जानकारी के मुताबिक, पिछले साल अक्टूबर में केस से जुड़े आरोपियों के ठिकानों पर ईडी ने रेड भी डाली थी।
मुम्बई पुलिस ने की थी एफआईआर
जानकारी दे दें कि इससे पहले BMC कोविड सेंटर खिचड़ी घोटाले को लेकर मुम्बई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने मुकदमा दर्ज किया था। ये मामला करीब 6.7 करोड़ रुपये के घोटाले को लेकर है। सूरज चव्हाण शिवसेना (UBT) नेता आदित्य ठाकरे के करीबी बताए जाते हैं। इस मामले में पुलिस ने कुल 7 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। बाद में इसी एफआईआर को ईडी ने आधार बनाते हुए PMLA के तहत कार्रवाई शुरू की थी।
अकाउंट में ट्रांसफर हुए लाखों रुपये
बता दें कि मुंबई पुलिस को EOW को कथित खिचड़ी घोटाले मामले की जांच के दौरान कई अहम जानकारियां मिली थी। सूत्रों के मुताबिक, सूरज चव्हाण और अमोल कीर्तिकर के बैंक अकाउंट में कुछ ऐसे पैसे आए हैं जो की संदेहास्पद ट्रांज़ेक्शन है और उसका संबंध इस घोटाले के पैसों से लग रहा है। अब तक की जांच में पता चला कि कीर्तिकर के अकाउंट में 52 लाख रुपए और सूरज चव्हाण के अकाउंट में 37 लाख रुपये का संदिग्ध ट्रांज़ेक्शन हुए हैं।
आदित्य ठाकरे के बेहद करीबी नेता
सूरज चव्हाण, आदित्य ठाकरे के बेहद करीबी नेता माने जाते है तो वहीं अमोल कीर्तीकर, सांसद गजानन कीर्तिकर के बेटे हैं। कमाल की बात तो ये है कि गजानन कीर्तिकर शिंदे के साथ हैं तो उनके बेटे अमोल कीर्तिकर उद्धव ठाकरे गुट में है।
टेंडर दिलाने में किया राजनीतिक पकड़ का इस्तेमाल
EOW को शक है कि इन दोनों ने अपने राजनीतिक पकड़ का इस्तेमाल कर खिचड़ी का टेंडर एक ठेकेदार को दिलवाने में मदद की थी जबकि वो ठेकेदार इस टेंडर के लिए पात्र नहीं था, इसके बावजूद उसे टेंडर मिला। खिचड़ी घोटाले के मामले में जो FIR दर्ज की गई है उसने एक नाम फोर्सवन मल्टी सर्विसेस का भी है जिसके अकाउंट से सूरज और अमोल को पैसे मिले हैं।
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