राकांपा (एसपी) की नेता सुप्रिया सुले ने बुधवार को कहा कि अगर एक बड़े परिवार का कोई सदस्य अलग रुख अपनाता है, तो इसका मतलब यह नहीं है कि परिवार टूट गया है। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा नेता इन दिनों उनकी पार्टी के कथित भ्रष्टाचार के बारे में बात नहीं करते हैं। सुले ने हालांकि महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार का नाम नहीं लिया, जो पिछले साल अपने चाचा और सुले के पिता शरद पवार से अलग होकर शिवसेना-भाजपा सरकार में शामिल हो गए थे। पुणे में पत्रकारों से बात करते हुए सुले ने कहा, “हमारे परिवार में छोटे बच्चों समेत लगभग 120 से 125 सदस्य हैं और इतने बड़े परिवार में, अगर एक व्यक्ति अलग राय रखता है, तो इसका मतलब टूटना नहीं है।” उन्होंने कहा, "हमारा परिवार एकजुट है और यह हमेशा एकजुट रहेगा।"
महाराष्ट्र में सीट बंटवारे पर खींचतान जारी
बता दें कि महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी यानी एमवीएम में लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सीटों के बंटवारे पर अब भी बातचीत जारी है। बुधवार को गठबंधन के नेता एक बार फिर से लोकसभा सीटों के बंटवारे को लेकर फिर बातचीत होगी। ऐसा कहा जा रहा है कि एमवीए के बीच सीट शेयरिंग को लेकर ये अंतिम दौर की बैठक हो सकती है। इस बीच सभी दलों के बीच सीट डिमांड को लेकर भी बड़ा अपडेट सामने आया है। हालांकि इसमें सबसे अधिक चौंकाने वाली बात यह है कि डिमांड वंचित बहुजन अघाड़ी की है। प्रकाश आंबेडकर ने महाराष्ट्र की 48 में से 27 सीटों पर दावा ठोका है।
प्रकाश आंबेडकर को मिला न्यौता
बता दें कि ऐसी संभावना भी जताई जा रही थी कि इस बैठक में प्रकाश आंबेडकर भाग नहीं लेंगे, लेकिन वो इस बैठक में भाग लेने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि एमवीए की अंदरूनी कलह को समाप्त करें। उन्होंने कहा कि आज अगर शरद पवार ने मुझे चर्चा के लिए बुलाया तो मैं उनसे मिलने जाऊंगा। बता दें कि कांग्रेस नेता बालासाहब थोरात से मुलाकात की है और उन्हें एमवीए की बैठक में आने का न्यौता दिया है। बता दें कि महाराष्ट्र में लोकसभा की 48 सीटें हैं। इनमें से 22 सीटों पर शिवसेना यूबीटी ने दाव ठोका है।
(इनपुट-भाषा)