औरंगाबाद/ठाणे। महाराष्ट्र के औरंगाबाद शहर में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर नगर निकाय ने यहां मंडलीय क्रीड़ा स्थल को कोविड देखभाल केन्द्र में तब्दील करने का फैसला किया है। शहर के गारखेड़ा इलाके में 28 एकड़ में फैला मंडलीय क्रीड़ा स्थल राज्य के मराठवाड़ा क्षेत्र के सबसे बड़े खेल केन्द्रों में से एक है।
नगर स्वास्थ्य अधिकारी नीता पाडलकर ने बताया कि औरंगाबाद नगर निगम ने क्रीड़ा स्थल को कोविड देखभाल तथा पृथक-वास केन्द्र में परिवर्तित करने के लिये अधिग्रहित कर लिया है। उन्होंने कहा, ''हम इस केन्द्र में कोविड-19 रोगियों के लिये लगभग 300 बिस्तरों का प्रबंध कर सकते हैं। इसमें कोरोना वायरस के लगभग 700 संदिग्ध रोगियों को भी रखा जा सकेगा।''
एक और अधिकारी ने कहा कि औरंगाबाद जिले में सोमवार सुबह 202 और लोगों के कोरोना वायरस संक्रमित पाए जाने के बाद संक्रमितों की संख्या 5,239 हो गई है। अबतक 247 रोगियों की मौत हो चुकी है। इस बीच, उल्हासनगर के नवनियुक्त निगम आयुक्त एम. राजा दयानिधि ने कोविड-19 रोगियों को ईएसआईसी अस्पातल से वेदांत अस्पताल ले जाने का आदेश दिया है क्योंकि भवन की हालत खस्ता है और बारिश में यह खतरनाक साबित हो सकती है।
ईएसआईसी अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर विलास डोंगरे ने कहा कि दयानिधि ने हाल ही में अस्पताल का दौरा कर कोविड-19 रोगियों को वेदांत अस्पताल ले जाने का आदेश दिया था। इसकी प्रक्रिया जल्द ही शुरू की जाएगी। डोंगरे ने कहा, 'ईएसआईसी अस्पताल के भवन का निर्माण 1975 में हुआ था। इसमें 100 बिस्तरों की क्षमता है और फिलहाल कोविड-19 के 51 रोगी भर्ती हैं।'